करनाल, 16 फरवरी (हप्र)
किसानों द्वारा मांगों को लेकर किए जा रहे आंदोलन के समर्थन ओर किसानों के ऊपर ज्यातियों के विरोध में भाकियू (चढूनी ग्रुप) द्वारा बसताड़ा व प्यौंत टोल प्लाजा को 3 घंटे फ्री करवाया। भाकियू (चढूनी ग्रुप)के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी स्वयं बसताड़ा टोल पर पहुंचे ओर किसानों का हौसला बढ़ाया। गुरनाम सिंह चढूनी के आह्वान पर किसानों ने जहां शुक्रवार को टोल फ्री का ऐलान किया था, वहीं शनिवार को किसान आंदोलन के पक्ष में ट्रेक्टर मार्च निकाला जाएगा।
किसानों के टोल फ्री के आह्वान पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा हमें आंदोलन में शामिल होने के लिए आंमत्रित नहीं किया गया है, इसलिए बिना बुलाए हम आंदोलन में शामिल नहीं होंगे। संयुक्त किसान मोर्चा व केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की ओर से घोषित ग्रामीण भारत बंद का आह्वान सफल रहा। ग्रामीणों ने शहर व खेतों से दूरी बनाए रखी।
ग्रामीण भारत बंद के साथ-साथ सभी किसान, मजदूर व कर्मचारी संगठनों ने प्रदर्शन करते हुए अपनी आवाज को बुलंद किया। इसी के चलते करनाल में भी किसान, मजदूर व विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने सीएम सिटी की सड़कों पर विरोध जताया। भाकियू प्रदेशाध्यक्ष रतन मान की अगुवाई में किसान भवन से नारेबाजी करते हुए कर्ण पार्क पहुंचे और कर्ण पार्क से लेकर घंटाघर चौक तक रोष मार्च निकाला।
घग्गर पुल पर कंटीली तारें लगाने से पैदल यात्री परेशान
गुहला चीका (निस) : किसान आंदोलन के कारण प्रशासन ने टटियाना बाॅर्डर पर स्थित घग्गर नदी के पुल पर कंटेनर व पत्थरों के बैरिकेड्स लगाकर वाहनों की आवाजाही पहले ही बंद कर रखी थी। प्रशासन ने अब कंटेनरों के साथ ही पुल के ऊपर कंटीली तारें भी लगा दी हैं। इससे पैदल पुल पार करने वाले बुजुर्ग, महिलाएं, विकलांग और छोटे बच्चों को दिक्कतें आ रही है। कैथल पटियाला स्टेट हाइवे को पिछले एक सप्ताह से बंद है। दूसरे प्रदेश में जाने वाली बसें भी बंद हैं। लोगों को वैकल्पिक रास्तों का सहारा लेना पड़ रहा। डीएसपी गुहला कुलदीप सिंह ने बताया कि टटियाना बाॅर्डर पर तारें लगाई गई हैं। पैदल आने जाने वाले लोगों को पुल से गुजारने में पुलिस के जवान हरसंभव मदद कर रहे हैं।