पलवल, 19 फरवरी (हप्र)
राज्यसभा सांसद लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डीपी वत्स ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की ऑन द जॉब ट्रेनिंग (ओजेटी) का फॉर्मूला अद्भुत है। यह सीखने की बेहतरीन प्रक्रिया है। युवाओं को इसी तरह की हैंड ऑन प्रैक्टिस की आवश्यकता है। वह सोमवार को पलवल के श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के अवलोकन के दौरान अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर कुलपति डॉ. राज नेहरू, कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा, प्रो. आशीष श्रीवास्तव, परीक्षा नियंत्रक प्रो. निर्मल सिंह, प्रो. एके वत्तल, प्रो. जॉय कुरियाकोजे, प्रो. डीके गंजू, डॉ. संजय राठौर आदि भी उपस्थित थे। इस मौके पर डीपी वत्स ने विश्वविद्यालय के ऑर्गेनिक कृषि फार्म का भी भ्रमण किया वहीं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का अवलोकन करते हुए अत्याधुनिक मशीनों के बारे में बारीकी से जानकारी ली। उन्होंने अपनी सांसद निधि से श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को दो पानी के टैंकर देने की घोषणा की।
सांसद डीपी वत्स ने कहा कि देश की आबादी 140 करोड़ से ज्यादा है। देश के युवाओं को कौशल के माध्यम से सक्षम बनाने की आवश्यकता है। हमें अपने युवाओं को कुशल बनाकर पूरी दुनिया में रोजगार के अवसरों को भुनाना है। विद्यार्थियों की ट्रेनिंग और प्लेसमेंट के प्रबंधन से भी सांसद वत्स काफी प्रसन्न नजर आए। अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने विश्वविद्यालय की अवधारणा और क्रियाकलापों पर प्रस्तुति दी।