पटाया, 25 फरवरी (एजेंसी)
भारत के सुहास यथिराज, प्रमोद भगत और कृष्णा नागर ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए रविवार को यहां पैरा बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप की क्रमश: पुरुष एकल एसएल 4, एसएल 3 और एसएच 6 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते।
पैरालंपिक रजत पदक विजेता दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी यथिराज ने एसएल 4 (शरीर के निचले अंगों में मामूली समस्या) फाइनल में इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियावान को हराकर अपना पहला विश्व खिताब जीता। कर्नाटक के यथिराज उत्तर प्रदेश कैडर के 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। चीन में पैरा एशियाई खेलों में एक स्वर्ण और दो कांस्य पदक जीतने वाले भगत ने एसएल 3 (शरीर के निचले अंगों में अधिक समस्या) फाइनल में इंग्लैंड के डेनियल बेथेल को हराया। इन तीन पदक से उनके नाम विश्व चैंपियनशिप में कुल 14 पदक हो गए हैं जिसमें विभिन्न वर्ग में छह स्वर्ण, तीन रजत और पांच कांस्य पदक शामिल हैं। एसएच6 (कम लंबाई) श्रेणी में पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा नागर भी पुरुष एकल फाइनल में चीन के लिन नेली पर जीत हासिल कर चैंपियन बने।
महिला एकल एसयू5 (शरीर के ऊपरी अंगों में समस्या) में मनीषा रामदास ने फाइनल में चीन की यांग क्यू शिया को शिकस्त दे रजत पदक जीता। चिराग बरेठा और राज कुमार की पुरुष युगल जोड़ी तथा रचना शैलेशकुमार और निथ्या श्री सुमति सिवान की महिला युगल जोड़ी को क्रमश: एसयू5 और एसएच6 श्रेणियों में फाइनल में हारने के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा। महिला युगल (एसल3-एसयू5) वर्ग में मानसी जोशी और तुलसीमति मुरुगेसन को भी फाइनल में लियानी रात्री ओकतिला और खालिमातुस सादिया की इंडोनेशिया की जोड़ी के खिलाफ फाइनल में रजत पदक से संतोष करना पड़ा।