रोहतक, 28 फरवरी (हप्र)
विकसित भारत का लक्ष्य पूरा करने के लिए वैज्ञानिक नवोन्मेष करने की जरूरत है। वैज्ञानिक शोध को नवाचारी बना, विभिन्न वैज्ञानिक-चिकित्सीय चुनौतियों का निवारण कर, प्राध्यापक-वैज्ञानिक नूतन भारत का निर्माण कर सकते हैं। यह बात पं. भगवत दयाल शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, रोहतक के वरिष्ठ प्रोफेसर तथा डीन, एकेडमिक अफेयर्स डॉ. ध्रुव चौधरी ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि कही।
प्रो. ध्रुव चौधरी ने भारत में कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए कोविड वैक्सीन की पहल की चर्चा की। उन्होंने बताया कि विकसित भारत का लक्ष्य सुनिश्चित करने के लिए हम सब को संकल्पबद्ध होकर सामूहिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने इंटरडिसीप्लीनरी रिसर्च को बढ़ावा देने की बात कही। द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट, नयी दिल्ली के फैकल्टी सदस्य डा. बनवारी लाल ने बतौर की-नोट स्पीकर माइक्रोबियल बायोटेक्नोलाॅजी के वैज्ञानिक उपयोग बारे चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से ग्रीन टैक्नोलोजी पर अपने व्याख्यान में फोकस किया।
एमडीयू के डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. अनूप सिंह मान ने अध्यक्षीय भाषण में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के मानव कल्याण के लिए उपयोग पर बल दिया। माइक्रोबायोलोजी विभाग के अध्यक्ष डा. कृष्णकांत शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। आभार प्रदर्शन एमडीयू के डीन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. अरुण नंदा ने किया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस संबंधित इवेंट्स के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए गए। पोस्टर कम्पीटिशन में यूआईईटी की वंशिका को प्रथम, कंप्यूटर साइंस की नेहा यादव को दूसरा तथा मेडिकल बायोटेक की आरती को तीसरा पुरस्कार मिला। स्लोगन राइटिंग में कंप्यूटर साइंस विभाग की अंजलि शर्मा ने प्रथम, कंप्यूटर साइंस की भावना ने दूसरा तथा सीडीएस की हिमानी व एनवायरमेंटल साइंसेज की पुलकिता राणा ने तीसरा पुरस्कार प्राप्त किया। रंगोली में कैमिस्ट्री विभाग के ऋतिक ने प्रथम, यूआईईटी की खुशबू ने दूसरा व यूआईईटी की मुस्कान ने तीसरा पुरस्कार प्राप्त किया। डेक्लामेशन/डिबेट में जूलॉजी की स्वाथि ने प्रथम, कंप्यूटर साइंस की आयुषी सिंह ने दूसरा व कैमिस्ट्री की आशिमा ने तीसरा पुरस्कार हासिल किया। विज्ञान प्रश्नोत्तरी में कैमिस्ट्री की टीम- आदित्य शशि व गौरव ने प्रथम, भौतिकी विभाग की टीम- शुभम व नीतीश ने दूसरा तथा मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी की टीम- हर्षिल व हेमंत ने तीसरा पुरस्कार प्राप्त किया।
प्रस्ताव लेखन में यूआईईटी की संवेदना ने प्रथम, जूलॉजी की स्वाथि बी चौधरी ने दूसरा व कंप्यूटर साइंस विभाग की नेहा यादव ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।