जींद, 3 मार्च (हप्र)
शहर में हुड्डा के सेक्टर 7 और 8 के बीच के फोरलेन के डिवाइडिंग रोड की एक साइड के बीच वर्षों पुराना कमरा किसका है और अब तक क्यों नहीं हटा है, इसके बारे में एचएसवीपी को भी जानकारी नहीं। यह सेक्टर निवासियों के के लिए आफत बन गया है। इसे यहां से हटाने की मांग जोर पकड़ रही है। सेक्टर-7 और सेक्टर-8 के बीच एचएसवीपी प्रशासन ने फोरलेन का रोड बनाया हुआ है। इस रोड के बीच डिवाइडर है। सफीदों रोड से हूडा सेक्टरों की तरफ चलने पर सेक्टर-7 की तरफ के एक पूरे रोड के बीच में यह मकान कई वर्षाें से यहां बना है। जब हूडा सेक्टर विकसित हुए थे, तब यह कमना बना था। उसके बाद से यह बीच सड़क जस का तस खड़ा है। इसके कारण फोरलेन का यह मेन रोड सेक्टर 7 की तरफ पूरी तरह से बंद पड़ा है। कई बार वाहन चालक सीधे इस रोड पर निकल जाते हैं तो उन्हें इस कमरे के कारण सड़क बंद मिलती है और उन्हें वापस मुड़ना पड़ता है। सेक्टर-7 के रामनिवास ढिगाना, सेक्टर 8 के अमन का कहना है कि यह मकान न केवल मेन रोड को एक तरफ से बंद किए हुए है, बल्कि इसमें नशेड़ी भी डेरा डाले रहते हैं। इस खतरे को तुरंत प्रभाव से हटाया जाना चाहिए।
एचएसवीपी को नहीं कोई जानकारी
जींद में एचएसवीपी के जेई संदीप का कहना है कि विभाग को यह पता नहीं कि बीच यह कमना किसका है। उन्होंने एचएसवीपी के जमीन अधिग्रहण अधिकारी को पत्र लिखकर यह बताने के लिए कहा है कि मकान वाली जमीन एचएसवीपी की है या रिलीज लैंड है। स्ट्रक्चर कब और किसने बनाया है। अभी तक जवाब नहीं मिला है। वह भूमि अधिग्रहण अधिकारी को रिमाइंडर भेज कर फिर यह बताने के लिए कहेंगे कि स्ट्रक्चर और इसके नीचे की जमीन किसकी है। जब तक स्थिति साफ नहीं हो जाती, तब तक इस स्ट्रक्चर को नहीं गिराया जा सकता।