दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 13 मार्च
भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में लोकसभा की दस सीटों में से छह पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। पहली सूची में पार्टी के दो मौजूदा सांसदों –सिरसा से सुनीता दुग्गल और करनाल से संजय भाटिया की टिकट कटी है। पार्टी हाईकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को करनाल से उम्मीदवार घोषित किया है। दोनों केंद्रीय मंत्रियों –राव इंद्रजीत सिंह और कृष्ण पाल गुर्जर पर पार्टी ने लगातार तीसरी बार भरोसा जताया है।
गुरुग्राम से राव इंद्रजीत सिंह और फरीदाबाद से कृष्णपाल गुर्जर भाजपा टिकट पर लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ेंगे। आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में आए डॉ़ अशोक तंवर को पार्टी ने सुनीता दुग्गल की जगह सिरसा से चुनाव लड़वाने का निर्णय लिया है। भिवानी-महेंद्रगढ़ से भी पार्टी ने धर्मबीर सिंह पर विश्वास जताया है। धर्मबीर सिंह 2014 और 2019 में भी भिवानी-महेंद्रगढ़ से भाजपा सांसद रहे हैं। करनाल के मौजूदा सांसद संजय भाटिया की जगह पार्टी ने मनोहर लाल को टिकट दिया है।
मनोहर लाल की गिनती पीएम नरेंद्र मोदी के सबसे नजदीकियों में होती है। मनोहर लाल की सेवाएं अब राष्ट्रीय स्तर पर लेने के लिए ही पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव लड़वाने का निर्णय लिया है। इसी वजह से मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। अम्बाला में भी भाजपा ने टिकट पूर्व सांसद रतनलाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया को ही दिया है। कटारिया पार्टी के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी हरियाणा मामलों के प्रभारी रहे हैं और उस समय कटारिया ने उनके साथ लंबे समय तक काम किया था। इसी वजह से शुरू से ही यह लग रहा था कि पार्टी अम्बाला संसदीय सीट पर कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया को उम्मीद बनाएगी। प्रदेश की चार लोकसभा सीटों –रोहतक, सोनीपत, हिसार और कुरुक्षेत्र पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। बताते हैं कि जातिगत समीकरणों की वजह से इन सीटों पर फैसला नहीं हो पाया है। रोहतक से डॉ़ अरविंद शर्मा, सोनीपत से रमेश चंद्र कौशिक, कुरुक्षेत्र से नायब सिंह सैनी मौजूदा सांसद हैं। वहीं हिसार सांसद रहे बृजेंद्र सिंह भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ में भाजपा जाट चेहरे के रूप में धर्मबीर सिंह को चुनावी रण में उतार चुकी है। पार्टी एक औ सीट पर जाट प्रत्याशी देना चाहती है। अब इसी बात पर मंथन हो रहा है कि जाट उम्मीदवार को रोहतक से चुनाव लड़वाया जाए या फिर हिसार से।
इसी तरह से कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के बीच हुए चुनावी समझौते और आप द्वारा कुरुक्षेत्र से डॉ़ सुशील गुप्ता को चुनावी मैदान में उतारने के बाद भाजपा एक सीट पर वैश्य कोटे से भी टिकट देने पर मंथन कर रही है। कुरुक्षेत्र या सोनीपत में से किसी सीट पर वैश्य उम्मीदवार उतारने पर विचार-विमर्श हो रहा है। हिसार से पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु टिकट के प्रबलतम दावेदारों में शामिल हैं। वहीं हिसार जिलाध्यक्ष रहे कैप्टन भूपेंद्र का नाम भी चर्चाओं में है। वहीं बैकवर्ड फेस के तौर पर डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा का नाम लिस्ट में बताया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई भी टिकट की कोशिश में जुटे हैं। वे हिसार से सांसद रहे हैं। इसी वजह से इस सीट पर बड़ा पेच फसा हुआ है।
सोनीपत, रोहतक व हिसार की सीटों पर फंसा पेच
रोहतक को लेकर भाजपा इस दुविधा में है कि यहां से कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी दीपेंद्र हुड्डा के मुकाबले ब्राह्मण को उतारा जाए या फिर किसी जाट या बैवकर्ड पर दाव खेला जाए। ब्राह्मण चेहरे के रूप में डॉ़ अरविंद शर्मा ही पहली पसंद हैं। वहीं ओबीसी चेहरे के रूप में तिजारा विधायक बाबा बालकनाथ का नाम लिया जा रहा है। इसी तरह से पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ तथा फिल्म अभिनेता रणदीप सिंह हुड्डा और जयदीप अहलावत के नाम भी चर्चाओं में हैं। माना जा रहा है कि रोहतक में प्रत्याशी चयन को लेकर बड़ी दुविधा की वजह से ही सोनीपत का फैसला नहीं हो पा रहा है। रोहतक में अब भाजपा पिछड़ा वर्ग या जाट चेहरे को उम्मीदवार बनाती है तो फिर सोनीपत में ब्राह्मण कोटे से टिकट मिलनी तय है। हालांकि दोनों ही सीटों पर 2019 की तरह फिर से ब्राह्मण उतारे जाएं तो इसमें भी कोई संशय नहीं होना चाहिए। सोनीपत के मौजूदा सांसद रमेश चंद्र कौशिक का टिकट कटना तय है। उनकी जगह राई विधायक मोहन लाल बड़ौली और पहलवान योगेश्वर दत्त का नाम सबसे ऊपर बताया जा रहा है। यह भी संभव है कि अरविंद शर्मा की रोहतक से टिकट कटने की स्थिति में उन्हें सोनीपत शिफ्ट कर दिया जाए। वहीं वैश्य कोटे से पूर्व मंत्री कविता जैन का नाम सोनीपत के लिए चर्चाओं में है।
18 से 22 आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या साढ़े 12 लाख से अधिक
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि भारत की लोकतंत्र व्यवस्था में हर वोट का महत्वपूर्व योगदान है। अग्रवाल बुधवार को प्रदेश में होने वाले आगामी लोकसभा 2024 चुनाव के संबंध में किए जा रहे प्रबंधों पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में बताया कि राज्य में 18 से 22 वर्ष आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 12 लाख 53 हजार 170 है, जो पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। चुनाव आयोग का यह प्रयास रहेगा कि अधिक से अधिक युवा मतदाता राज्य में होने वाले इस मतदान में भाग लेकर ‘चुनाव का पर्व देश का गर्व’ नामक यज्ञ में आहुति अवश्य डालें।
कुरुक्षेत्र को लेकर बड़ी दुविधा
सूत्रों का कहना है कि कुरुक्षेत्र सीट पर फैसला इसलिए रोका है क्योंकि भाजपा नेतृत्व इस सीट को लेकर बड़ी दुविधा में फंस गया है। नायब सिंह सैनी के सीएम बनने के बाद अब सैनी कोटे से किसी को टिकट मिलने की उम्मीद लगभग खत्म हो गई है। ऐसे में पार्टी यहां से किसी सिख या बीसीए के नेता को चुनाव मैदान उतार सकती है। इसके साथ पार्टी कम से कम एक महिला को भी टिकट देगी। इन्ही मुद्दों मंथन चल रहा है। यही कारण हैं कि चारों सीटों – हिसार, रोहतक, सोनीपत और कुरुक्षेत्र के समीकरण आपसे में जुड़े हुए हैं और उलझे हुए हैं।
संजय भाटिया : करनाल सांसद संजय भाटिया की टिकट इसलिए कटी है क्योंकि पार्टी यहां से मनोहर लाल को चुनाव लड़वाने का निर्णय पहले ही कर चुकी थी। भाटिया को अब पानीपत सिटी से विधानसभा लड़वाया जा सकता है। भाटिया पहले ही कह चुके हैं कि करनाल से पूर्व सीएम मनोहर लाल चुनाव लड़ें तो उन्हें खुशी होगी।
जानिए क्यों कटा टिकट
सुनीता दुग्गल : सिरसा सीट पर भाजपा का सर्वे पॉजिटिव नहीं रहा। मौजूदा सांसद के प्रति लोगों में एंटी इन्कमबेंसी देखने को मिल रही थी। इसी वजह से उनका टिकट काटा गया। अब उन्हें विधानसभा चुनाव लड़वाया जा सकता है।