नयी दिल्ली, 20 मार्च (एजेंसी)
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने बुधवार को कहा कि वह हाजीपुर लोकसभा सीट पर पशुपति कुमार पारस को टक्कर देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने साथ ही अपने चाचा पारस पर सीधे हमला करने से बचते हुए कहा कि यह उन्हें तय करना है कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़े रहना चाहते हैं या नहीं। लोजपा (रामविलास) के संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद, चिराग पासवान ने कहा कि इस बात पर सर्वसम्मति थी कि वह हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे जबकि चार अन्य सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कुछ दिनों में की जाएगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोजपा के साथ गठबंधन करने का फैसला किया जिसके विरोध में पारस ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। पारस के हाजीपुर लोकसभा सीट से पुन: चुनाव लड़ने के बारे में पूछे जाने पर जमुई के मौजूदा सांसद ने कहा कि वहां से चुनाव लड़ने के लिए उनका स्वागत है। चिराग पासवान ने संवाददाताओं से कहा, ‘यह मेरे चाचा को तय करना है। उन्होंने हमेशा कहा है कि वह हमेशा प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़े रहेंगे। अब उन्हें तय करना है कि क्या वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के लिए 400 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य हासिल करने के उनके रास्ते में बाधा बनना चाहते हैं।’ चिराग पासवान ने कहा कि उन्होंने राजनीति में कई चुनौतियों का सामना किया है और इसका सामना करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि हाजीपुर उनके दिवंगत पिता और प्रसिद्ध दलित नेता राम विलास पासवान की ‘कर्मभूमि’ रही है। चिराग ने 2014 और 2019 में जमुई से जीत दर्ज की थी।
फिर से भाजपा में शामिल हुईं पूर्व राज्यपाल सौंदरराजन
चेन्नई : तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन बुधवार को भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई की मौजूदगी में फिर से पार्टी में शामिल हो गईं। राज्यपाल का पद छोड़कर भाजपा में शामिल होने पर सौंदरराजन को वाम दलों और द्रमुक की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में अन्नामलाई ने कहा कि ऊंचे पदों पर बैठे लोगों का पद छोड़कर फिर से आम नागरिक के रूप में जनता की सेवा शुरू करना केवल भाजपा में संभव है। सौंदरराजन ने 2019 में भाजपा से इस्तीफा देकर तेलंगाना की राज्यपाल के रूप में कामकाज संभाला था। उन्हें 2021 में पुडुचेरी की उप राज्यपाल नियुक्त किया गया था। बासठ वर्षीय सौंदरराजन स्त्रीरोग विशेषज्ञ हैं और दो दशक से भी पहले भाजपा में शामिल हुई थीं।
‘इंडिया’ जीता तो सीएए को निरस्त करेंगे : द्रमुक
चेन्नई : विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल तमिलनाडु के सत्तारूढ़ दल द्रमुक ने बुधवार को जारी अपने घोषणापत्र में वादा किया है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को निरस्त कर दिया जाएगा। घोषणापत्र में किए गए अन्य महत्वपूर्ण वादों में जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना और वहां चुनाव कराना, नयी शिक्षा नीति 2020 को रद्द करना, पेट्रोल-डीजल के दाम कम करना और राज्यपालों को कानून कार्रवाई से छूट प्रदान करने वाले संविधान के अनुच्छेद 361 को रद्द करना शामिल हैं। विपक्षी गठबंधन की सरकार बनने पर एमएस स्वामीनाथन समिति की सिफारिशों को अपनाया जाएगा।
कांग्रेस में शामिल हुए पप्पू यादव, ‘जाप’ का विलय
नयी दिल्ली : पूर्व सांसद राजेश रंजन ऊर्फ पप्पू यादव बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए और अपनी जन अधिकार पार्टी (जाप) का विलय कर दिया। यादव और उनके पुत्र सार्थक ने कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। यादव ने कहा, ‘मेरी विचारधारा हमेशा कांग्रेस की विचारधारा के करीब रही है…राहुल गांधी जी संघर्ष के प्रतीक हैं। उन्होंने देश के लिए एक उम्मीद जगाई है।’ पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन भी कांग्रेस की नेता हैं और वह राज्यसभा सदस्य हैं। माना जा रहा है कि पप्पू यादव लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
हमारा तो अध्यक्ष खुद ही 500 रुपये पार्टी को दान देता था!
नयी दिल्ली (एजेंसी) : निर्वाचन आयोग ने चुनावी बॉन्ड को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों से विवरण भेजने का अनुरोध किया था जिस पर जो जवाब आये हैं, वे काफी रोचक हैं। एक दल ने बताया कि उनका अध्यक्ष ही हर तीन माह बाद स्वयं 500 रुपये पार्टी को दान कर देता था। एक अन्य दल ने तो अपनी मान्यता रद्द करने का अनुरोध कर दिया। निर्वाचन आयोग को दिए जवाब में कुछ दलों ने चुनावी बॉन्ड के माध्यम से कोई दान नहीं मिलने की बात कही जबकि अन्य ने मांगी गई जानकारी प्रदान करने में असमर्थता जाहिर की। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी ने एक नयी पार्टी के रूप में अपनी स्थिति का हवाला दिया और दावा किया कि उसे चुनावों में कोई वोट नहीं मिला है और इसलिए उसके पास देने के लिए कोई विवरण नहीं है। इसी प्रकार सर्वजन लोक शक्ति पार्टी ने एक हस्तलिखित जवाब प्रस्तुत किया जिसमें कहा गया कि उसे अभी तक कोई दान नहीं मिला है। ‘भारत का किसान मजदूर पार्टी’ ने उसे पहचान नही मिल पाने पर निराशा व्यक्त की। तमिलनाडु की तमिलर देसिया मुन्नानी ने दी गयी समय सीमा के भीतर चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देने में असमर्थता के लिए अपने नेतृत्व के खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया। मक्कल नाला कषगम पार्टी ने कहा, ‘पार्टी अध्यक्ष एस सत्यमूर्ति संबंधित बैंक में पार्टी खाते में तीन महीने में एक बार अपने 500 रुपये जमा करा रहे हैं।’ कन्नड़ नाडु पार्टी ने अपने जवाब में कहा, ‘…संबंधित बैठकों में पारित प्रस्तावों को आपके कार्यालयों में भेज दिया गया था और हम एक राजनीतिक दल के रूप में मान्यता रद्द करने की आपकी मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।’ जन शक्ति दल, नीति निजयथी पार्टी और गुंज सत्य नी जनता पार्टी जैसे दलों ने दावा किया है कि उन्हें अब तक कोई दान नहीं मिला है। आसरा लोकमंच पार्टी, भारतीय सार्थक पार्टी और राष्ट्रीय भ्रष्टाचार मुक्ति पार्टी सहित कई दलों ने कहा कि उन्हें कोई दान नहीं मिला है। साथ ही इन दलों ने दावा किया कि वे चुनावी बॉन्ड प्राप्त करने के लिए तय अर्हता के अंतर्गत नहीं आते हैं। बहुजन राज्यम पार्टी ने स्पष्ट किया कि उसे कोई चुनावी बॉन्ड नहीं मिला है।