ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 27 मार्च
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रहीं रंजीता मेहता ने कहा है कि पिछले लगभग 2 वर्ष में बाल कल्याण परिषद को आर्थिक और सामाजिक तौर पर मजबूत करने के लिए भरसक प्रयास किए गए। इसमें अच्छी सफलता भी मिली। परिषद आर्थिक संकट से जूझ रहा था, उसे मजबूती से खड़ा किया। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम मनोहर लाल के मार्गदर्शन में पूरी ईमानदारी और निष्ठापूर्वक परिषद में कार्य किया।
रंजीता मेहता ने कहा कि बच्चों के कल्याण के लिए जो भी प्रोजेक्ट लाए जा सकते थे, वह लेकर आयी और उन्हें पूरा करवाया। बुधवार को यहां मीडिया से बातचीत में रंजीता मेहता ने कहा, कहीं भी किसी तरह भी गड़बड़ी मिली तो उस पर तुरंत सख्त कार्रवाई की गई। उल्लेखनीय है कि गत दिवस ही सरकार ने उन्हें मानद महासचिव पद से हटाया है।
दरअसल, रंजीता भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता होने के नाते न्यूज चैनल की डिबेट में भाग लेती रही हैं। विपक्षी दलों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा था। ऐसे में लोकसभा चुनावों के दृष्टिगत उनका इस्तीफा लिया है ताकि वे खुलकर पार्टी के लिए काम कर सकें।
रंजीता मेहता ने कहा, जब उन्होंने परिषद की जिम्मेदारी संभाली, तब परिषद की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसके लिए उस समय मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की। उन्होंने ग्रांट जारी करवाकर इस परिषद को उबारने का काम किया। आज परिषद की आर्थिक स्थिति मजबूत है। पूर्व सीएम ने अपने जन्मदिन पर भी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण से 2 करोड़ रुपए की अतिरिक्त ग्रांट इन बच्चों के लिए जारी करवाई।
रंजीता मेहता ने बताया कि लगभग 2 वर्ष में कंप्यूटर सेंटर, ब्यूटीशियन सेंटर, टेलरिंग सेंटर , वर्चुअल क्लास रूम, लाइब्रेरी शुरू करवाई गई। पूरे परिषद के कर्मचारियों के उत्थान के लिए कार्य किया गया। परिषद में पल रहे नन्हे-मुन्ने को नए परिवारों में देने की प्रक्रिया बहुत धीमी थी। उन्होंने इस प्रक्रिया को तेज करवाया ताकि बच्चों को परिवार मिल सकें। उन्होंने कहा कि उनके कार्यभार संभालने के बाद कई बच्चे भारत के विभिन्न कोनों और विदेशों में परिवारों के पास दत्तक ग्रहण करवाए गए।