विनोद लाहोट/निस
समालखा, 30 मार्च
हरियाणा में मुख्यमंत्री बदलने का फैसला कोई रातों रात नहीं हुआ, बल्कि नेतृत्व परिवर्तन की यह पटकथा एक साल पहले लिखी जा चुकी थी। नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाने के पीछे केंद्रीय नेतृत्व की सहमति ओर उनकी इच्छा शामिल हैं। यह रहस्योद्घाटन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं करनाल लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी मनोहर लाल ने कहा कि उन्होंने ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने सीएम पद छोड़ने की इच्छा जताई थी।
मनोहर लाल शनिवार को समालखा में लोकसभा चुनाव के मध्यनजर पार्टी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करने पहुंचे थे। उन्होंने समालखा जीटी रोड पर स्थित चुनाव कार्यालय में आयोजित बैठक में कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव, समालखा विधानसभा सीट जीतने का मंत्र दिया। इससे पहले बभाजपा जिला महामंत्री कृष्ण छौक्कर ने पूर्व सीएम मनोहर लाल को राजनीति का संत बताते हुए उन्हें जीत का भरोसा दिलाया।
बैठक को भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संजय छौक्कर, समालखा हलके से पूर्व भाजपा प्रत्याशी शशिकांत कौशिक ने भी संबोधित किया। करनाल लोकसभा संयोजक एवं घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण ने मंच संचालन किया।
बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष दुष्यंत भट्ट, प्रदेश महामंत्री अर्चना गुप्ता, प्रदेश प्रवक्ता विधु रावल, समालखा पालिका चेयरमैन अशोक कुच्छल, समालखा मंडल अध्यक्ष एवं पार्षद नरेश कौशिक, जिला सचिव सुभाष कुहाड, जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र हलदाना,प्रेम चंद सैनी सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
‘समालखा विस सीट में बाराती अनेक, दूल्हा एक भी नहीं’
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं की टीस को बयां करते हुए कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि समालखा विधानसभा सीट ऐसी है जहां बाराती तो बहुत हैं लेकिन बन्ना (दूल्हा) कोई नहीं बना है। पूर्व सीएम ने कार्यकर्ताओं से वादा लिया कि यदि वह उन्हें दूल्हे का नाम बता देंगे तो क्या उसे चुनाव जिता देंगे। इस पर एकबार तो बैठक में सन्नाटा छा गया। मनोहर लाल ने कहा कि उस दूल्हे का नाम है कमल का फूल। आपको कमल निशान को दूल्हा मानकर मतदान करना है तभी चुनाव जीत सकते हैं।