जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 30 मार्च
बच्चों की परीक्षा लेने वाले गुरुजनों की खुद की परीक्षा सोमवार से शुरू होगी। यह परीक्षा सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने की होगी। उन्हें पिछले साल से ज्यादा बच्चों के दाखिले सरकारी स्कूलों में करवाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना होगा।
शिक्षा विभाग 1 से 13 अप्रैल तक दाखिला उत्सव चलाएगा। इस दौरान सरकारी स्कूल अध्यापकों को गांव-गांव और घर-घर जाकर बच्चों के दाखिले करवाने के लिए दस्तक देनी होगी।
सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गैर बोर्ड कक्षाओं के बच्चों की वार्षिक परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं और उनका परिणाम भी घोषित किया जा चुका है। जो शिक्षक विद्यार्थियाें की संख्या बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगे, उनको प्रशंसा पत्र देकर शिक्षा विभाग द्वारा सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए कुछ नियम बनाए गए हैं।
जीरो ड्रॉप आउट बनाने पर जोर
प्रवेश उत्सव अभियान के तहत जींद जिले को जीरो ड्रॉप आउट बनाने और उत्तीर्ण हुए विद्यार्थियों का दाखिला अगली कक्षा में करवाने की परीक्षा से अध्यापकों को गुजरना होगा। सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों की तरह बैनर लगा कर भी दाखिले के लिए अभिभावकों को जागरूक किया जाएगा। जींद जिले के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने और उत्तीर्ण हुए विद्यार्थियों का दाखिला करवाने के लिए टीम गठित की गई हैं। पांचवीं कक्षा में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों के गांव में अगर उच्च विद्यालय नहीं है, तो स्कूल मुखिया एक अप्रैल को ही विद्यार्थियों की दाखिला प्रक्रिया को पूर्ण कर उनका दाखिला समूह के साथ नजदीकी राजकीय स्कूल में करवाकर आएंगे। पांचवीं कक्षा से छठी कक्षा में प्रवेश के लिए शत- प्रतिशत लक्ष्य दिया गया है। कोई भी बच्चा दाखिले से वंचित नहीं रहे, इसे स्कूल मुखिया सुनिश्चित करेंगे। कक्षा आठवीं के बाद नौवीं कक्षा में दाखिले पर खास ध्यान दिया जाएगा, क्योंकि आठवीं कक्षा के बाद ही सबसे ज्यादा ड्रॉप आउट नौंवी कक्षा में होता है।
दाखिले बढ़ाने के लिए बनाई गई टीम : भूप सिंह वर्मा
सरकारी स्कूलों में दाखिले बढ़ाने के लिए स्कूलों में टीमें बनाई गई हैं। इसमें मिड-डे मील वर्कर, हेल्पर, आंगनबाड़ी कर्मी, गांव के नंबरदार, शहरी क्षेत्र में पार्षद की सहायता ली जाएगी। हरियाणा अध्यापक संघ के नेता भूप सिंह वर्मा ने बताया कि प्रवेश उत्सव कार्यक्रम के तहत स्कूल छोड़ चुके बच्चों का भी दाखिला करवाया जाएगा ताकि ड्रॉप आउट जीरो पर लाया जा सके।
”जिले में जीरो ड्रॉप आउट पॉलिसी के तहत काम किया जा रहा है। इसके अलावा सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने पर अध्यापकों को प्रशंसा पत्र भी दिए जाएंगे। इसके नियम बनाए गए हैं। उत्तीर्ण हुए विद्यार्थियों का दाखिला अगली कक्षा में करवाने पर विशेष जोर दिया जाएगा। इसके लिए मिड-डे-मील वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर, नंबरदार या फिर पार्षद की सहायता ली जा रही है।”
-सुमित्रा देवी, जिला शिक्षा अधिकारी, जींद