संगरूर, 31 मार्च (निस)
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने सोमवार को संगरूर में कहा कि केंद्र सरकार के एजेंडे को लागू करने के लिए गेंहूं की बिक्री, खरीद, भंडारण और प्रोसेसिंग केंद्रों को खरीद केंद्र घोषित कर कृषि उपज बाजार कमेटियों (एपीएमसी) को भंग करने के लिए आम आदमी पार्टी का बहिष्कार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आप सरकारी खारीद केंद्रों को कॉरपोरेट घरानों को सौंप रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अकाली दल प्रत्याशियों के नामों की घोषणा जल्द करेगा। वे संगरूर, मलेरकोटला में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए।
एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान जानबूझकर सरकारी खरीद केंद्रों को काॅरपोरेटस के हवाले करके राज्य में ‘मंडी’ व्यवस्था को समाप्त कर रहे हैं। सुखबीर ने किसानों से आग्रह किया कि वे भगवंत मान से सभी अनाजों के लिए एमएसपी सुनिश्चित करने के अपने बयान को स्पष्ट करने के लिए कहें। उन्होंने कहा कि मान ने स्पष्ट रूप से कहा था कि आप पार्टी के सत्ता में आने पर राज्य सरकार सभी 22 फसलों के लिए एमएसपी सुनिश्चित करेगी। उन्होने कहा, ‘हालांकि आप पार्टी की सरकार बनने के तुरंत बाद यह वादा भुला दिया गया है।’ बादल ने कहा कि अकाली दल खालसा पंथ और पंजाबियों का सच्चा प्रतिनिधि है। उन्होने कहा, ‘हम पंजाबियों को आकांक्षाओं को समझते हैं और उन्हे पूरा करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगें।’
पंजाब की स्थिति पर उन्होंने कहा, ‘आम आदमी पार्टी अपनी राष्ट्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पंजाब के संसाधनों का इस्तेमाल कर रही है। बिल्डरों को बुलाकर उनसे पांच-पांच करोड़ रुपये आप पार्टी के खजाने में जमा करने के लिए कहा जा रहा है। मुख्यमंत्री के परिवार ने कई जगहों पर केबल नेटवर्क पर कब्जा कर लिया है और उसके सदस्यों ने अपना खुद का रैकेट शुरू कर दिया है।’ उन्होंने किसानों की सहायत करने में नाकाम रहने के लिए मुख्यमंत्री की निंदा करते हुए कहा कि किसानों की गेहूं की फसल बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण दूसरी बार बर्बाद हो गई है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि मुख्यमंत्री ने किसानों को अंतरिम राहत देना तो दूर उनके लिए हमदर्दी का एक भी शब्द नही कहा है। इस मौके पर वरिष्ठ नेता परमिंदर सिंह ढ़ींढसा, इकबाल सिंह झूंदा, गोबिंद सिंह लोंगोवाल, बलदेव सिंह मान, प्रकाश चंद गर्ग, गगनजीत सिंह बरनाला, तेजिंदर सिंह संघरेड़ी, विनरजीत सिंह गोल्डी, राजिंदर सिंह दीपा, गुलजारी मूनक, नाथ सिंह हमीदी, कुलवंत सिंह कीतू और जाहिदा सुलेमान मौजूद रहे।