नीलोखेड़ी, 3 अप्रैल (निस)
स्वास्थ्य विभाग की ओर से सरकारी अस्पताल में किसी कारण से आग लगने की परिस्थितियों में बचाव के लिए जागरुकता शिविर एवं मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने अस्पताल के चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ सहित अन्य सभी कर्मचारियों को आग लगने पर बचने एवं आग को बुझाने के बारे में जागरुक किया।
मुख्य अग्निशमक प्रदीप कुमार व विजय सिंह व अग्निशमक साहब सिंह ने बताया कि आग लगने पर डरने की बजाय धैर्य एवं सूझबूझ से स्वयं को बचाने के साथ-2 अन्य लोगों को बचाने के प्रयास करने चाहिए। संयमपूर्वक किए गए बचाव कार्यों से सम्पत्ति को भी बचाकर आर्थिक नुकसान से बचा जा सकता है। दमकल कर्मचारियों ने खुले स्थान पर कुछ बेकार कागजों में आग लगाकर उसे बुझाने का प्रशिक्षण भी दिया। उन्होंने बताया कि आग लगने वाले स्थान पर सबसे पहले बिजली सप्लाई बंद करनी चाहिए ताकि आग बुझाने के लिए पानी डालकर आग पर काबू पाया जा सके। उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में डायल 112 पर तुरंत फोन करना चाहिए। एसएमओ डॉ. वन्दना अग्रवाल ने कहा कि अस्पताल में लगे सभी दमकल उपकरणों की भी अधिकारियों ने जांच की जिन्हें करके दुरुस्त पाया गया।