अम्बाला शहर, 8 अप्रैल (हप्र)
महर्षि मारकंडेश्वर मेडिकल कालेज सद्दोपुर में आज रोबोटिक घुटने की सर्जरी की सफल शुरूआत की गई है जो एडवांस हेल्थकेयर प्रौद्योगिकी और रोगी की देखभाल में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह उपलब्धि चिकित्सा नवाचार के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम की ओर एक महत्वाकांक्षी कदम है जहां अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और शल्यक्रिया विशेषज्ञता के संगम ने ऑर्थोपेडिक उत्कृष्टता की सीमाओं को पुन: परिभाषित किया है। आज एक पत्रकार वार्ता में मेडिकल कालेज प्रवक्ता ने बताया कि ट्रस्ट के चेयरमैन तरसेम गर्ग के महत्वपूर्ण प्रयास ने रोबोटिक घुटने की सर्जरी के परिचय के लिए मार्गदर्शन दिया है जो रोगी की देखभाल को ऊंचाइयों तक ले जाने की निरंतर प्रयास में अतुलनीय है। इस दौरान ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. करन सोबती ने रोबोटिक घुटने की सर्जरी और प्रभाव के बारे में उत्साह जाहिर करते कहा कि वे उन व्यक्तियों के जीवन को बदलने के लिए बहुत उत्सुक हैं जो घुटने की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। प्रवक्ता ने बताया कि डॉ. सोबती ने सीएमसी लुधियाना से आर्थोपेडिक्स में एमएस किया है और नयी दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल और घुटने के जोड़ प्रतिस्थापन में फेलोशिप पूरी की है। उन्होंने ब्रीच कैंडी अस्पताल मुंबई से घुटने और कंधे में विशेष फेलोशिप की है।
इसके अतिरिक्त उन्होंने जर्मनी, थाईलैंड और ऑस्ट्रेलिया में रोबोटिक घुटने कोर्स में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है। डॉ सोबती रोबोटिक घुटने की सर्जरी के क्षेत्र में नवाचार की उत्कृष्टता के उदाहरण के रूप में खड़े हैं। उन्होंने बताया कि अद्वितीय तकनीकी के उपयोग से इस सर्जरी ने घुटने संबंधित स्थितियों से पीड़ित रोगियों के लिए सुधारित परिणाम और तेजी से पुनर्वास का काम किया है।