मुंबई, 9 अप्रैल (एजेंसी)
महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मंगलवार को अपने सीट-बंटवारा समझौते की घोषणा की। इसके तहत राज्य में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) 21, कांग्रेस 17 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) 10 सीट पर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस ने विवादास्पद सांगली और भिवंडी सीट पर अपना दावा छोड़ दिया। वहां से अब क्रमशः शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (एसपी) चुनाव लड़ेंगी। राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि सहयोगी दलों के बीच किसी भी सीट को लेकर कोई मतभेद नहीं है और राज्य की 48 संसदीय सीटों का आवंटन सर्वसम्मति से किया गया। शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि गठबंधन का लक्ष्य भाजपा को हराना है। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि पार्टी ने इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए उदारता का परिचय देने का फैसला किया है।
राज्य में 19 अप्रैल से 20 मई के बीच पांच चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। पवार, ठाकरे और पटोले ने कई सप्ताह की बातचीत के बाद यहां एक संवाददाता सम्मेलन में चुनावी समझौते की घोषणा की। दक्षिण मुंबई स्थित शिवसेना (यूबीटी) कार्यालय ‘शिवालय’ में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, यह अजीब संयोग रहा कि सूर्य ग्रहण, अमावस्या और भाजपा की रैली एक ही दिन (सोमवार को) हुई।
पीएम पर उद्धव का पलटवार : पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा ‘नकली शिवसेना’ कहे जाने के बारे में पूछे जाने पर उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कल का भाषण किसी प्रधानमंत्री का भाषण नहीं था। जब हम इसका जवाब देंगे, तो कृपया इसे प्रधानमंत्री के अपमान के तौर पर नहीं लें। हमारी आलोचना एक भ्रष्ट पार्टी के नेता की आलोचना होगी।’ उन्होंने कहा कि वसूली करने वालों की पार्टी के किसी नेता का हमें नकली कहना उचित नहीं है। ठाकरे ने दावा किया कि भाजपा जबरन वसूली करने वालों की पार्टी है और चुनावी बॉन्ड ‘घोटाला’ सामने आने के बाद यह साफ हो गया है।