जगाधरी, 9 अप्रैल (निस)
जिला यमुनानगर के लकड़ी उद्योग की देश-विदेश में अलग ही पहचान है। लाखों लोगों की रोजी-रोटी का जरिया बना यह उद्योग बीते कुछ समय से आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है। मंदी के कारण यहां पर दर्जनों फैक्टरियां जहां बंद हो गई हैं, वहीं काफी को भी इनके मालिक गंभीर परिस्थितियों में चला रहे हैं। दर्जनों फैक्टरी संचालक मोटे कर्ज में फंसे हुए हैं।
प्लाईवुड फैक्टरी संचालक राजेश शर्मा का कहना है कि स्थित बहुत विकट है। यह उद्योग लाखों लोगों को रोजगार देने के साथ सरकार को भी मोटा रेवन्यू दे रहा है। सरकार को लकड़ी उद्योग को संकट से उभारने के लिए विशेष आर्थिक पैकेज देना चाहिए। जनप्रतिनिधियों को इस तरफ विशेष ध्यान देेना चाहिए। राजेश शर्मा का कहना है कि समय रहते यदि ऐसा नहीं हुआ तो फैक्टरियों पर तालाबंदी की नौबत आ जाएगी।
एक कारोबारी का कहना था कि नेपाल, केरल व वियतनाम से यहां पर प्लाई आ रही है। यह 30 फीसदी के लगभग है। इसके अलावा कई उद्योगपतियों का मोटा पैसा बाहर के व्यापारियों पर फंसा हुआ है। प्लाईबोर्ड की फैक्टरी के एक मालिक का कहना था कि उन्हें कच्चा माल तो नकद लेना पड़ रहा है, जबकि तैयार माल की पेमेंट लंबे समय बाद आ रही है।