शिमला, 11 अप्रैल (हप्र)
हिमालय क्षेत्र में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हिमाचल प्रदेश में मौसम ने करवट बदली है। राज्य के जनजातीय जिला लाहौल स्पीति की ऊंची चोटियों पर बृहस्पतिवार सुबह से रुक-रुक कर जारी बर्फबारी देर रात तक जारी रही। एक दिन पहले भी यहां हिमपात हुआ। प्रदेश के निचले इलाकों में कुछ जगह इस दौरान वर्षा हुई। इससे जिले में फिर से ठंड का असर बढ़ गया है। मौसम के इस रुख के कारण मटर की बिजाई में देरी हुई है। ताजा बर्फबारी से मनाली-लेह सड़क से बर्फ हटाने का कार्य भी प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने 13 और 14 अप्रैल को राज्य में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि, आंधी चलने और आसमानी बिजली गिरने का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है।
सीमा सड़क संगठन की 70 आरसीसी के कमांडिंग ऑफिसर मेजर रविशंकर ने बताया कि ताजा बर्फबारी के कारण बारालाचा व आसपास के इलाकों में न्यूनतम तापमान माइनस 25 डिग्री तक पहुंच गया है। इस कारण बर्फ हटाने के कार्य में श्रमिकों को मुश्किलें आ रही हैं। यही नहीं ताजा बर्फबारी के कारण हिमस्खलन का खतरा भी बना हुआ है। चंबा, कुल्लू और शिमला के कुछ स्थानों पर भी बृहस्पतिवार को वर्षा हुई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा कि 13 से 15 अप्रैल तक राज्य में अधिकांश स्थानों पर वर्षा और ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना है। अनुमान जताया गया है कि चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। फाइल फोटो