रविंदर शर्मा/निस
बरनाला, 14 अप्रैल
गैंगस्टर से समाजसेवी बने लक्खा सिधाना जल्द ही नेता बनने जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव के लिए उनको उम्मीदवार घोषित किया गया है। शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान ने उन्हें बठिंडा से प्रत्याशी घोषित किया है। पार्टी 8 उम्मीदवारों के नाम पहले से ही घोषित कर चुकी है। लक्खा सिधाना की राजनीति में एंट्री से बठिंडा सीट और रोचक हो गई है। फिलहाल ध्यान शिरोमणि अकाली दल-बादल की तरफ है, कि बठिंडा से वे हरसिमरत बादल के नाम पर क्या निर्णय लेते हैं। बता दें कि लक्खा सिधाना कॉलेज पढ़ाई के समय यूथ पॉलीटिक्स में एक्टिव हुए थे। शुरुआत में उनका नाम मामूली झगड़ों और बूथ कैप्चरिंग आदि में आया था। पहली बार लक्खा सिधाना 2004 में सलाखों के पीछे गए और 2017 तक कई बार उनकी गिरफ्तारियां हुईं। उन पर हत्या, फिरौती, लड़ाई, झगड़े और हत्या का प्रयास के 24 के करीब मामले दर्ज हुए थे। लक्खा सिधाना 2020-21 के किसान आंदोलन में फिर चर्चा में आए। 26 जनवरी 2021 को ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसक घटनाओं में भी उनका नाम आया। लाल किला हिंसा में भी उनकी मौजूदगी रही।