रामपुर बुशहर, 8 मई (निस)
एसजेवीएनएल की रामपुर बुशहर उपमंडल के निरथ में निर्माणाधीन लूहरी जल विद्युत परियोजना (210 मेगावट) से प्रभावित किसानों व बागवानों का मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन आज तीसरे दिन भी जारी रहा। हिमाचल किसान सभा के राज्य सचिव राकेश सिंघा और ओंकार शाद, किसान सभा के जिला महासचिव देवकी नंद, जिला अध्यक्ष प्रेम चौहान, किसान सभा लूहरी हाइड्रो प्रोजेक्ट कमेटी की अध्यक्ष कृष्णा राणा, सचिव ओपी चौहान ने प्रदर्शन में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि लूहरी हाइड्रो प्रोजेक्ट से प्रभावित किसान अपनी मांगों को लेकर तीन वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं परंतु सरकार, प्रशासन व सतलुज जल विद्युत निगम किसानों की समस्याओं के समाधान के प्रति ज़रा भी गंभीर नहीं है।
किसान नेताओं ने कहा कि लूहरी हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 का खुला उल्लंघन हुआ है। किसानों की जमीन का अधिग्रहण कौड़ियों के भाव किया गया है। प्रदूषण से हुई फसल के नुकसान का मुआवजा भी प्रभावितों को नही दिया जा रहा है और ब्लास्टिंग से आई दरारों का सर्वे भी नहीं किया जा रहा है। इसी तरह परियोजना में डंपिंग निर्धारित स्थान पर नहीं की जा रही है। कंपनी नोगली और दत्तनगर में अवैध रूप से डंपिंग कर रही है। अवैध डंपिंग के स्थान से उठ रही धूल से फसल का नुकसान हो रहा है।
उनका कहना है कि एसजेवीएनएल और पटेल इंजीनियरिंग कंपनी ने अवैध रूप से मोइन गांव में क्रशर लगा रखा है, जिसका किसान सभा विरोध करती है। किसानों द्वारा इसे लेकर एसडीएम निरमण्ड के पास बार बार विरोध के करने वाबजूद भी एसडीएम किसानों की सुध नहीं ले रहे हैं। किसान नेताओं ने कहा कि जब तक किसानों की मांगों को माना नहीं जाएगा, तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
आज के इस धरना प्रदर्शन में अमित, कुलदीप, सुरेन्द्र, सत्यपाल, अनिल मेहता, प्रदीप सिंघा, ओपी निराला, परम, मोहन लाल, राकेश वर्मा, शकुंतला, अनु, पुष्पा के साथ परियोजना प्रभावित पंचायतों के सैकड़ों किसानों-बागवानों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।