पानीपत, 14 मई (हप्र)
पानीपत नगर निगम ने शहर को चार जोन में बांटकर सफाई का टेंडर दो एजेंसियों को दिया गया था लेकिन उन दोनों एजेंसियों का टेंडर अब 12 मई को समाप्त हो गया है। इन दोनो एजेंसियों में 1100 से ज्यादा कर्मचारी शहर में सफाई का काम करते थे और इन दोनों एजेंसियों को टेंडर समाप्त होने पर अब इन्होंने सफाई कर्मचारियों को हटा दिया गया है।
हटाये गये सफाई कर्मचारियों ने मंगलवार को पानीपत शहरी विधायक प्रमोद विज के कार्यालय के सामने ऐलिवेटिड जीटी रोड पुल के नीचे विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे पानीपत शहर में पिछले कई सालों से सफाई का काम करते थे लेकिन अचानक से उनको हटा दिया गया है। सफाई कर्मचारियों के पास पहुंचकर किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष आजाद सिंह मलिक ने समर्थन दिया। मलिक ने कहा कि पानीपत शहर के सेक्टरों की सफाई का टेंडर तो पहले ही करीब एक साल से नहीं हुआ है और सफाई व्यवस्था बदहाल है।
भारतीय क्रांतिकारी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलबाग सिंह ने भी सफाई कर्मचारियों को समर्थन दिया और आरोप लगाया कि यह नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही है कि सफाई का टेंडर समाप्त होने से पहले ही उसका समाधान करना चाहिये था। इस मौके पर सफाई कर्मचारियों में राहुल, सतीश कुमार, मोंटू, अर्जुन, राकेश, अंकित, अनिल, संदीप दीक्षित व मनदीप सहित सैकडों सफाई कर्मचारी मौजूद रहे।
जल्द होगा समाधान
भाजपा के जिला अध्यक्ष एवं पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट ने सफाई कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि उनकी इसको लेकर निगम अधिकारियों से बात हुई है। आचार संहिता के चलते सफाई का नया टेंडर नहीं हो सकता, लेकिन पानीपत शहर की सफाई करने वाली दोनो एजेंसियों का तब तक समय बढाया जा सकता है ताकि शहर की सफाई सही तरह से होती रही। दुष्यंत भट्ट ने सफाई कर्मचारियों को भरोसा दिया कि उनकी समस्या का जल्द ही समाधान होगा।