झज्जर, 14 मई (हप्र)
झज्जर के गांव सुलोधा में पांच दिन पूर्व हरियाणा पुलिस के एक जवान के घर घुसकर डेढ़ दर्जन लोगों द्वारा हमले किए जाने और इस हमले में हरियाणा पुलिस के जवान की हत्या किए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मंगलवार को हत्या के इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने को लेकर गांव में एक सामाजिक पंचायत हुई। करीब 2 घंटे तक चली इस सामाजिक पंचायत में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस हमलावरों की गिरफ्तारी को लेकर लापरवाही बरत रही है।
हत्या के इस मामले का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें हमलावर लाठी-डंडों से लैस होकर घर में घुसते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी मामले में मंगलवार को हुई सामाजिक पंचायत में निर्णय लिया गया कि जब तक हत्या आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक वह अपना विरोध जारी रखेंगे और चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे।
बता दें कि कथित तौर पर कोल्ड ड्रिंक उधार न दिए जाने को लेकर एक पक्ष के डेढ़ दर्जन लोग हरियाणा पुलिस के कर्मचारी राजपाल के घर में लाठी-डंडों से लैस होकर घुस गए थे। यहां उन्होंने जमकर मारपीट की।
आरोपियों के इस हमले में हरियाणा पुलिस के जवान राजपाल और उसके परिवार के चार अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। गंभीर चोटों के चलते रोहतक पीजीआई में हरियाणा पुलिस के जवान राजपाल ने दम तोड़ दिया था। बाद में ग्रामीणों ने मृतक राजपाल के शव के साथ झज्जर लघु सचिवालय पहुंचकर प्रदर्शन भी किया था। हालांकि उस समय पुलिस अधिकारियों ने आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी किए जाने की बात कही थी लेकिन कई रोज भी जाने के बाद भी जब हत्यारोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो ग्रामीणों ने एक सामाजिक पंचायत बुलाकर चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया। ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि जब आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक उनका बहिष्कार जारी रहेगा। ज्ञात रहे कि हमले के बाद से ही सभी आरोपी फरार हैं।