शिमला, 20 मई (हप्र)
हिमाचल की राजधानी शिमला में आज दोपहर बाद आसमान से राहत के बादल बरसे और शिमला तथा आसपास के इलाकों में कुछ देर के लिए झमाझम वर्षा हुई। राजधानी में हुई इस वर्षा से शहर और आसपास के इलाकों में जंगलों में लगी आज बुझ गई है। साथ ही जंगलों की आग के कारण धुएं की घनी चादर में लिपटी राजधानी के वाशिंदों और मैदानी इलाकों में पड़ रही झुलसा देने वाली गर्मी से बचने के लिए यहां घूमने पहुंचे हजारों पर्यटकों को भी राहत मिली है।
शिमला के साथ-साथ आज जिले के ऊपरी इलाकों जुब्बल कोटखाई, रोहड़ू, नारकंडा, चौपाल, सोलन जिले के कुछ हिस्सों, सिरमौर के ऊपरी इलाकों और मंडी जिले के कई इलाकों में भी दोपहर बाद तेज गर्जना के साथ हल्की वर्षा हुई। बहरहाल, जोरदार गर्मी के कारण प्रदेश में अनेक स्थानों पर पेयजल संकट पैदा हो गया है। शिमला में पानी की मांग बढ़ने और कम आपूर्ति के चलते नगर निगम ने शहर में पानी की राशनिंग आरंभ कर दी है और लोगों को सिर्फ वैकल्पिक दिनों में ही पानी की आपूर्ति की जा रही है। शहर के उप नगरों में तीन से चार दिन बाद पानी की आपूर्ति हो रही है।
इस बीच, राज्य के मैदानी इलाकों में झुलसा देने वाली गर्मी का दौर लगातार जारी है। आज ऊना में पारा 43 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया जबकि बिलासपुर जिले में भी कई स्थानों पर तापमान 43 डिग्री से ऊपर रिकॉर्ड हुआ। मौसम विभाग ने राज्य में अगले एक सप्ताह तक सात जिलों में गर्म हवाएं चलने और कुछ स्थानों पर लू चलने का येलो अलर्ट जारी किया है।
स्कूलों के समय में बदलाव
हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग ने राज्य के मैदानी जिलों कांगड़ा, हमीरपुर, ऊना, बिलासपुर, सोलन जिले के बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़ और सिरमौर जिले के काला अंब तथा पांवटा साहिब क्षेत्र में तापमान के 45 डिग्री के आसपास पहुंच जाने के कारण इन क्षेत्रों में स्कूलों के समय में परिवर्तन के आदेश दिए हैं। शिक्षा निदेशक अमरजीत शर्मा की ओर से जारी आदेशों के तहत इन क्षेत्रों में स्कूल सुबह 7.30 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक ही खुले रहेंगे। आदेशों में खासकर ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले स्कूलों में बच्चों को पानी पीने के लिए स्कूल समय के दौरान कम से कम दो बार ब्रेक देने को कहा गया है।