मोतिहारी/महाराजगंज, 21 मई (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर नहीं होते तो पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) को आरक्षण नहीं मिलने देते। प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण की राजनीति और सनातन विरोधी सोच के साथ खड़ा है और चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के साथ ही इन सभी को बड़ा झटका लगेगा।
बिहार के पूर्वी चंपारण और महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में अलग-अलग चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए मोदी ने दावा किया, ‘नेहरू जी से लेकर राजीव गांधी तक इस परिवार के जितने प्रधानमंत्री हुए, सबने ओबीसी आरक्षण का विरोध किया।’ उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के पास एक ही वोट बैंक आज बचा है और वे उसे खुश करने के लिए एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण धर्म के आधार पर आपसे छीनकर ‘वोट जिहाद’ वालों को देना चाहते हैं। संविधान इसकी इजाजत नहीं देता इसलिए ये संविधान बदलना चाहते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘राजग ने पहले दलित बेटे को और फिर हमारे देश की आदिवासी बेटी को संविधान के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद पर बिठाया। हमारी सरकार ही है, जिसने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया।’ मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव पर परोक्ष निशाना साधा और कहा, ‘जो लोग चांदी का चम्मच लेकर पैदा होते हैं उन्हें पता नहीं होता मेहनत क्या होती है। मैंने सुना है कि यहां कोई घूम-घूम कर कह रहा है कि चार जून के बाद मोदी ‘बेड रेस्ट’ पर जाएंगे। मैं तो परमात्मा से प्रार्थना करता हूं, मैं तो यही कामना करता हूं कि मोदी तो क्या देश के किसी भी नागरिक के जीवन में ‘बेड रेस्ट’ की नौबत नहीं आनी चाहिए।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आपने देखा होगा कांग्रेस वाले क्या कहते हैं, मोदी तेरी कब्र खुदेगी। उत्तर प्रदेश के शहजादे क्या कहते हैं, अब मोदी के आखिरी दिन बनारस में कटने हैं। इस चुनाव में इन लोगों के पास मोदी को गाली देने के सिवाय कोई मुद्दा नहीं।’
20 लाख करोड़ के घोटालेबाजों का मंच है इंडी गठबंधन
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कांग्रेस, राजद और उसके साथी लाखों करोड़ के मालिक हो गए और जनता रोटी, कपड़ा, मकान के लिए जूझती है। ‘इंडिया’ गठबंधन के मंच पर करीब 20 लाख करोड़ रुपये के घोटालेबाज एक साथ बैठते हैं।’ मोदी ने आरोप लगाया, ‘जब ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता इकट्ठा होते हैं तो इनमें तीन बुराइयां एकदम साफ नजर आती हैं- पहला ये घोर सांप्रदायिक हैं। दूसरा ये घोर जातिवादी हैं और तीसरा ये लोग शतप्रतिशत परिवारवादी हैं।’