कुरुक्षेत्र, 21 मई (हप्र)
इनेलो के उम्मीदवार अभय सिंह चौटाला के चुनावी प्रचार में कई किसान नेताओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। किसान नेता गांव-गांव जाकर किसानों से कह रहे हैं कि आने वाला चुनाव उनके भविष्य को तय करने का चुनाव है। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी आज अपने भाषण में कई सवाल किये। उन्होंने कहा कि किसानों को यह सोचना चाहिए कि आये दिन उनका जीवन स्तर नीचे क्यों जा रहा है। सारे प्राकृतिक तथा अन्य संसाधनों पर चंद पूंजीपतियों का कब्जा है।
उन्होंने कहा कि 2014 में हम कह रहे थे कि कांग्रेस ने किसानों और मजदूरों पर काफी ज्यादतियां की हैं और किसानों का कोई भला नहीं किया है इसलिए कांग्रेस को हराना है और हमने कांग्रेस को हरा दिया और भाजपा सत्ता में आ गई। अब पिछले दस सालों में भाजपा की सरकार से दुखी आकर किसान कह रहा है कि भाजपा को हराना है और यह सोच रहा है कि भाजपा को केवल कांग्रेस ही हरा सकती है इसलिए कांग्रेस को वोट देना चाहिए। लेकिन किसान और मजदूर यह नहीं सोच रहा है कि उन्हें अपनी शक्ति बढ़ानी चाहिए। उनका कहना है कि अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए ही उन्होंने कुरुक्षेत्र से अभय सिंह चौटाला को अपना समर्थन दिया है और सभी किसानों और मजदूरों से अपील है कि वे भी अपना समर्थन और वोट अभय सिंह चौटाला को दें।
गुरनाम सिंह चढूनी ने यह भी कहा कि यदि देश को बचाना है तो किसान को लोकसभा में लाना होगा। उन्होंने कहा कि यदि यहां हमने अपनी ताकत दिखा दी तो पूरे देश को पता चल जाएगा कि किसान में भी राज बदलने की ताकत है। उन्होंने यहां से चुनावी मैदान में उतरे भाजपा के नवीन जिंदल और इंडिया गठबंधन के डाॅ. सुशील गुप्ता पर हमला बोलते हुए कहा कि किसान, मजदूर को यह पहचान लेना चाहिए कि ये दोनों ही किसान की आवाज को संसद में नहीं उठाएंगे।
इस अवसर पर उन्होंने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर भी कई कटाक्ष किए। किसान नेता सुरेश कौथ ने भी किसानों से अपील की कि भाजपा को हराने के लिए इनेलो को वोट देना चाहिए। राकेश टिकैत भी कह रहे हैं कि यदि अभय सिंह चैटाला जैसे लोग जब हाउस में जाएंगे तो गरीब और किसान की बात करेंगे। ऐसे नेताओं को संसद में होना अति आवश्यक है।