अशाेक प्रेेमी/निस
राजपुरा, 22 मई
बीती 13 फरवरी से अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने के लिए शम्भू बाॅर्डर पर डटे किसानों के धरने के 100 दिन पूरे होने पर किसान नेताओं ने आज बड़ा इकट्ठ किया। इसमें हज़ारों की संख्या में किसानों ने शिरकत कर अपनी एकता का सबूत दिया। इस मौके पर किसान नेताओं ने सिंघु बाॅर्डर की तरह पक्का शेड लगाकर संघर्ष को और लम्बा करने का संकेत दिया।
इस मौके पर किसान संगठनों के नेता सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि किसान संगठनाें की ओर से मांगों को लेकर लगाये गये मोर्चे के आज 100 दिन पूरे होने पर हज़ारों की संख्या में किसान आज शम्भू व खनौरी बाॅर्डर पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि जो कहते थे कि संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से लगाया गया धरना फेल हो गया है, आज किसानों ने उन्हें अपनी ताकत दिखा दी है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में संघर्ष और तेज किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि आज मोर्चे की ओर से लिये गये फैसले के मुताबिक कल 23 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करने और उनका जवाब लेने के लिये हज़ारों की संख्या में किसान पटियाला पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि 28 मई को भाजपा नेताओं के घरों के बाहर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से धरने दिये जायेंगे और 2 जून को पंजाब के सभी इलाकों से ट्रैक्टरों पर सवार होकर लाखों की संख्या में किसान शम्भू व खनौरी बाॅर्डर पर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती।
इस मौके पर मनजीत सिंह घुमाणा ने बताया कि फसलों की कटाई के कारण पिछले कुछ दिनों से मोर्चे पर किसानों की संख्या कुछ कम हो गई थी। अब हमने लाखों लोगों की भीड़ जुटा कर दिखा दिया है कि मांगें माने जाने तक मोर्चा जारी रहेगा।
प्रधानमंत्री का पटियाला दौरा सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती
संगरूर (निस) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पंजाब में पहली बड़ी रैली को संबोधित करने आ रहे हैं। विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी को विरोध के चलते तय कार्यक्रम में शामिल हुए बिना लौटना पड़ा था। अब लोकसभा चुनाव के चलते राजनीतिक रैली को संबोधित करने आ रहे प्रधानमंत्री मोदी की चाक-चौबंद सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती बन गई है। एक तरफ जहां समर्थकों द्वारा प्रधानमंत्री के स्वागत की तैयारी की जा रही है वहीं दूसरी तरफ विरोध प्रदर्शन पर अड़े किसान संगठनों द्वारा प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार की जा रही है। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि पंजाब के सभी किसान संगठन 23 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटियाला पहुंचने पर शांतिपूर्वक विरोध करेंगे।
पटियाला में खालिस्तानी नारे लिखे : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटियाला दौरे से पहले कड़ी निगरानी के बावजूद शहर में खालिस्तान समर्थक नारे लिखे गए हैं। इसकी जिम्मेदारी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने ली है। ये नारे यहां पुराने बस स्टैंड के पास ओवर ब्रिज पर लिखे गए थे। पता चलने पर पुलिस ने नारे साफ करवा दिए और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
डबवाली सीमा पर भी हुई विशाल किसान कान्फ्रेंस
डबवाली/लंबी (निस) : किसान आंदोलन -2 के 100 दिन पूरे होने पर बुधवार को मंडी किलियांवाली में डबवाली सीमा पर भाकियू एकता सिद्धूपुर के पक्के मोर्चे में विशाल किसान कान्फ्रेंस आयोजित की गई। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के मौके पर किसानों के मामलों पर उनसे सवाल पूछने का आह्वान किया गया। वहीं किसान संगठनों ने एक सुर में 4 जून को केंद्र में नयी सरकार बनने के उपरांत पर दिल्ली कूच की वचनबद्धाता को दोहराया जबकि 28 मई को भाजपा नेताओं व उम्मीदवारों के घरों के आगे धरने देने की घोषणा की गई। किसान कान्फ्रेंस में पंजाब, हरियाणा व राजस्थान से संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक), भाकियू एकता सिद्धूपुर, राष्ट्रीय किसानी बचाओ समिति व अन्य किसान संगठनों के भरी संख्या में किसान कार्यकर्ता शामिल हुए। भाकियू एकता सिद्धूपुर के प्रदेश महासचिव काका सिंह कोटड़ा, आत्मा राम झोरड़, ज़िलाध्यक्ष सुखदेव सिंह बुड़ागुज्जर, गुरदास सिंह, संदीप सिंह (राजस्थान), रेशम सिंह यात्री, हरभगवान सिंह लंबी व अवतार सिंह मिठड़ी ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार व नेता अपने एजेंडे के अंतर्गत किसानों के प्रति अभ्रद भाषा का इस्तेमाल कर किसानों को भड़काने की कोशिश करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नफरत की राजनीति कर किसानों व मज़दूर को दोफाड़ करने की की कोशिश कर रही है।