रादौर 23 मई (निस)
अंबाला से शामली तक बन रहे एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर डंपरों से मिट्टी की ढुलाई के कार्य से दिनभर धूल उड़ने पर ग्रामीण बेहद परेशान हैं। धूल के कारण किसानों की फसले खराब होने पर बृहस्पतिवार को गांव बापा में किसान भड़क उठे। गुस्साये किसानों ने मामले को लेकर सुबह एक्सप्रेस-वे बनने के कार्यों को रुकवा दिया। किसानों ने कंपनी के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। इसके बाद एक्सप्रेस-वे बनाने वाली कंपनी के इंजीनियर आशीष कुमार व अन्य कर्मचारी ग्रामीणों से बात करने के लिए मौके पर पहुंचे। कंपनी की ओर से किसानों को आश्वासन दिया गया कि डंपरों से मिट्टी की ढुलाई के दौरान पानी का टैंकरों से छिड़काव किया जायेगा, जिससे धूल नहीं उड़ेगी और फसलों को नुकसान
नहीं होगा।
किसानों ने कंपनी के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि भविष्य में धूल पर छिड़काव नहीं किया गया तो ग्रामीण एक्सप्रेस-वे बनने के कार्यों को रुकवाकर रोष प्रकट करेंगे। कंपनी के अधिकारियों के आश्वासन पर किसानों ने अपना रोष प्रदर्शन समाप्त कर दिया।
गांव बापा के पूर्व सरपंच जगमोहन सिंह, हरचरण सिंह, तेजेंद्र सिंह, हरमिंदर सिंह, दर्शन सिंह, पप्पल, मंजीत सिंह आदि ने बताया कि एक्सप्रेस-वे बनने के कार्यों को लेकर कंपनी की ओर से डंपरों द्वारा मिट्टी की ढुलाई का कार्य किया जा रहा है। दिन-रात भारी संख्या में डंपर मिट्टी की ढुलाई का कार्य कर रहे हैं। ऐसे में दिन-रात गांव में मिट्टी से धूल उड़ रही है। इससे किसानों की गन्ने, टमाटर, शिमला मिर्च, खीरा व मक्के की फसले बर्बाद हो रही है। फसलों पर धूल जमने से फसल नष्ट होने लगी है। वहीं, ग्रामीणों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है और वातावरण दूषित हो रहा है। कंपनी के अधिकारियों को इस बारे कई बार अवगत करवाया गया, लेकिन कंपनी की ओर से इस बारे कोई कदम नहीं उठाया गया। इसके बाद किसानों को एक्सप्रेस-वे के कार्यो को बंद करवाना पड़ा। अब कंपनी की ओर से रास्तों पर पानी का छिड़काव करवाना शुरू कर दिया गया है, जिसके बाद अब कुछ राहत मिली है।