नयी दिल्ली, 25 मई (एजेंसी)
निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के पहले पांच चरणों में डाले गए मतों की संख्या पर लोकसभा क्षेत्रवार आंकड़ा शनिवार को जारी किया और कहा कि चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने की शरारतपूर्ण मंशा के तहत एक झूठा विमर्श गढ़ा जा रहा है। उसने यह भी कहा कि डाले गए वोटों की संख्या में कोई भी छेड़छाड़ संभव नहीं है।
गौर हो कि सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक गैर-सरकारी संगठन की वह याचिका खारिज कर दी थी, जिसमें निर्वाचन आयोग को मतदान केंद्रवार मतदान प्रतिशत के आंकड़े अपनी वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश देने का अनुरोध किया गया था। इसके एक दिन बाद निर्वाचन आयोग ने यह आंकड़ा जारी किया। निर्वाचन आयोग ने कहा कि उसने प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं की पूर्ण संख्या को शामिल करने के लिए मतदान प्रतिशत आंकड़े के प्रारूप का और विस्तार करने का निर्णय लिया है। पूर्ण संख्या उन मतदाताओं की संख्या है जिन्होंने असली में वोट डाला है।
कुछ विपक्षी दलों द्वारा व्यक्त की गई इस आशंका का जिक्र करते हुए कि मतदान के आंकड़ों में हेराफेरी की जा सकती है, निर्वाचन आयोग ने कहा कि डाले गए वोटों के संग्रह और भंडारण की प्रक्रिया सख्त, पारदर्शी और भागीदारीपूर्ण है। मुख्य निर्वाचन आयुकत राजीव कुमार ने कहा कि कुछ लोगों का काम ही संदेह पैदा करना है। उन्होंने कहा कि आयोग में ऐसी मजबूत प्रणालियां हैं जिनसे सुनिश्चित होता है कि कोई त्रुटि न हो।
‘जम्मू-कश्मीर में विस चुनाव की प्रक्रिया जल्द शुरू करेंगे’
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में बहुत जल्द विधानसभा चुनाव कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग अपनी सरकार पाने के हकदार हैं।