शरीर में ताजगी,स्वच्छता लाने या फिर गर्मी भगाने के लिए स्नान करना निश्चित तौर पर बेहतर है। लेकिन कुछ स्थितियों में नहाना नुकसानदेह भी साबित हो सकता है। ऐसे में कुछ सावधानियां जरूरी हैं। ज्यादा देर तक व ज्यादा ठंडे पानी से न नहाएं। बाहर से आते ही पसीने में न नहाएं। साबुन-शैंपू भी जरूरत से ज्यादा न लगाएं।
प्रतिमा अरोड़ा
र्मियों में भला किसका मन नहीं करता कि देर तक शॉवर ले। लेकिन देर तक नहाना न तो आपकी त्वचा के लिए अच्छा है, न शरीर से गर्मी भगाने और तरोताजा होने के लिए ही बेहतर है। दरअसल ज्यादा देर तक नहाना स्वास्थ्य के लिए कई तरह से हानिकारक होता है। कुछ लोग गर्मियों में तुरत-फुरत की ताजगी और संतुष्टि पाने के लिए खूब ठंडे पानी से नहाने की कोशिश करते हैं, यह भी उतना ही खतरनाक है, जितना कि सर्दियों में बहुत गर्म पानी से नहाना। इससे भी वही सारी समस्याएं होती हैं। शरीर की त्वचा रूखी हो जाती है, असमय शरीर पर झुर्रियां पड़ जाती हैं और नहाने पर कतई तरोताजापन का अहसास नहीं होता।
रूम टैम्प्रेचर के पानी का ही करें उपयोग
दरअसल हमेशा सर्दियों में हल्के गुनगुने और गर्मियों में हल्के ठंडे बल्कि बेहतर हो कि रूम टैम्प्रेचर के पानी में नहाया जाए। इससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, सर्दी और खांसी का डर नहीं रहता तथा नहाने के बाद भरपूर तरोताजगी का अहसास होता है। क्योंकि जब ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है तो शरीर में हर जगह ऑक्सीजन अच्छी तरह से पहुंचती है, जिसके कारण शरीर पूरी तरह से तरोताजा रहता है।
बाहर से आते ही न डालें पानी
गर्मियों में अकसर लोग यह गलती करते हैं कि जब बाहर से यानी धूप और गर्मी से आते हो तो तुरंत नहाने लगते हैं। यह स्वास्थ्य की दृष्टि से बड़ा खराब तरीका है। जब तक बाहर से लौटने के बाद आपके शरीर का तापमान घर के अंदर के तापमान के जितना न हो जाये बिलकुल न नहाएं। मौसम कोई भी हो, कभी भी नहाने में पांच-सात मिनट से ज्यादा समय नहीं लेना चाहिए। इससे ज्यादा देर तक नहाने का मतलब है आप अपनी त्वचा के साथ अच्छा नहीं कर रहे।
साबुन, शैंपू की पर्याप्त मात्रा
कुछ लोग साबुन और शैंपू शरीर में इतना लगा लेते हैं कि जैसे झाग का पूरा तूफान उठाना हो, ये तो ठीक है, लेकिन अगर शरीर में शैंपू और साबुन बिना धुले रह जाता है तो इससे कई तरह की समस्याएं खड़ी हो जाती हैं। अगर इस साबुन और शैंपू से त्वचा के पोर्स ढक जाते हैं, तो शरीर में मुहांसे या दाने निकलने के कारण बन जाते हैं।
खाना खाने के बाद न नहाएं
शरीर में अपना कुदरती तेल होता है। अगर हम ज्यादा देर तक नहाते हैं तो ये तेल नष्ट हो जाता है, इसलिए भी ज्यादा देर तक नहीं नहाना चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि कभी खाना खाने के बाद न नहाएं और रात में तो बिल्कुल ही यह हरकत न करें। सारा पाचन तंत्र गड़बड़ा सकता है।
दिन में दो बार ही स्नान
कुछ लोग अपने को अतिरिक्त साफ-सुथरा दिखाने के लिए कई बार नहा लेते हैं, तो कुछ लोग धार्मिक कारणों से बार-बार नहाते हैं। लेकिन दिन में औसतन दो बार ही नहाना चाहिए। दो बार से ज्यादा नहाना सही नहीं होता। कोई बहुत ही इमरजेंसी हो तो ही तीन बार नहाएं, इससे ज्यादा बार नहाना या शरीर के किसी हिस्से को बार-बार पानी से धोना, त्वचा के उस हिस्से का इम्यून कम कर देना है। इससे त्वचा में जलन और सूजन भी हो सकती है
ड्राअर का उपयोग
जब भी नहाएं त्वचा को मॉश्चराइज कर लें। नहाने के बाद बालों को ड्राअर से सुखाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। इससे सिर में दर्द भी होने लग सकता है, क्योंकि यह तरीका सही नहीं होता। अगर प्यास लग रही है तो नहाने के बाद पानी पीएं, इससे शरीर का तापमान अनुकूल हो जायेगा। लब्बोलुआब यह कि जब भी गर्मियों में तरोताजा होने के लिए नहाएं तो सबसे पहले यह जान लें कि यह तौर-तरीका तरोताजा करेगा भी या उल्टे नुकसानदायक साबित होगा। -इ.रि.सें.