चंडीगढ़, 30 मई (ट्रिन्यू)
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा नेताओं के बयान लोकसभा चुनाव में उनकी हार की स्वीकृति हैं। हार की बौखलाहट में ही भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री प्रदेश के अधिकारियों, कर्मचारियों को धमकी दे रहे हैं। उनके पास ना कर्मचारी को धमकी देने और ना ही उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई करने का अधिकार है।
उन्होंने सवाल किया कि आखिर किस अधिकार से वे चुनाव के दौरान और अब मतदान होने के बाद भी धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी हैं। कोई शिकायत होती भी तो उसका निवारण चुनाव आयोग को करना था।
हुड्डा बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान भी मौजूद रहे। हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान हुआ। पूरे प्रदेश में वोटिंग के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने की जानकारी नहीं आई।
उन्होंने कहा कि इसके बाद भी भाजपा नेता अब बोगस वोटिंग के बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। देश और प्रदेश दोनों जगह भाजपा की सरकार है। हर पोलिंग बूथ में भाजपा के एजेंट मौजूद थे। मौके पर किसी भी एजेंट ने ऐसी कोई शिकायत नहीं की, लेकिन जब भाजपा को हार सामने दिखने लगी तो हताशा में उसके नेता ऐसी बयानबाजी करने लगे। ऐसे बयानों से स्पष्ट है कि भाजपा हार स्वीकार कर चुकी है।
हुड्डा ने कहा कि हरियाणा की जनता ने भाजपा द्वारा किसानों की दोगुनी आमदनी की वादा खिलाफी, महंगाई, बेरोजगारी और अग्निपथ योजना के जरिए युवाओं का भविष्य खराब करने जैसे मुद्दों पर वोट किया है। भाजपा को इस बात का दर्द है कि उसके हवा हवाई मुद्दों को दरकिनार कर जनता ने जमीनी मुद्दों के आधार पर मतदान किया। लोकसभा चुनाव के बाद जनता विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को करारा सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है।