कन्याकुमारी, 31 मई (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यहां विवेकानंद रॉक मेमोरियल में सूर्योदय के दौरान ‘सूर्य अर्घ्य’ दिया। मोदी दो दिनों के ध्यान अभ्यास के लिए रॉक मेमोरियल पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री ने हाथ जोड़कर प्रणाम करने के बाद ‘सूर्य अर्घ्य’ दिया। ‘सूर्य अर्घ्य’ आध्यात्मिक अभ्यास से जुड़ी एक परंपरा है, जिसमें भगवान सूर्य को जल अर्पित कर उन्हें नमन किया जाता है। भाजपा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक संक्षिप्त वीडियो पोस्ट किया, जिसमें प्रधानमंत्री एक लोटे से समुद्र में सूर्य को जल अर्पित करते और माला जपते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. सेल्वापेरुन्थागई ने कटाक्ष किया और कहा, ‘कितनी जगह पर कितने वीडियोग्राफर खड़े थे! स्वामी विवेकानंद मौन हैं।’ इस बीच, प्रधानमंत्री ने चक्रवात रेमल के बाद लगातार बारिश के कारण पूर्वोत्तर के राज्यों में आई बाढ़ के मद्देनजर मौजूद स्थिति का जायजा लिया और सभी प्रभावित राज्यों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। कन्याकुमारी में ध्यान और साधना कर रहे प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि केंद्र सरकार प्रभावित राज्यों की स्थिति पर नजर बनाए हुए है और अधिकारी जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। असम में चक्रवात रेमल के प्रभाव के चलते लगातार हुई बारिश के कारण नौ जिलों में दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
गत 28 मई से राज्य में बाढ़, बारिश और तूफान की वजह से कुल मिलाकर छह लोगों की मौत हो गई। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दुर्भाग्य से, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल को चक्रवात रेमल के बाद प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ा है। मेरी प्रार्थनाएं उन सभी के साथ हैं जो वहां प्रभावित हुए हैं।’