चंडीगढ़, 31 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में इस्राइल जा रहे कुशल निर्माण युवाओं के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। उन्होंने युवाओं से मुलाकात करते हुए कहा कि आज दुनिया एक ग्लोबल विलेज में बदल गई है इसलिए पूरा विश्व आपकी पहुंच में है। इस समय विदेश में रोजगार की तलाश करने वाले युवाओं की संख्या काफी अधिक है लेकिन ये युवा कई बार विदेश भेजने का झांसा देने वाले जाल-साजों के जाल में फंस जाते हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए ‘गो ग्लोबल दृष्टिकोण’ के साथ युवाओं को वैश्विक नौकरी के अवसर मुहैया करवाने के लिए विदेश सहयोग विभाग की स्थापना की है व पूरी प्रक्रिया को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से सुविधाजनक बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की यह अभूतपूर्व व महत्वाकांक्षी योजना लोगों को विदेशी नौकरी प्लेसमेंट के लिए निजी एजेंटों/दलालों द्वारा वसूले जाने वाले भारी-भरकम कमीशन के बोझ से राहत दिलवाएगी। हरियाणा सरकार के इस कदम पर सभी उपस्थित अभ्यर्थियों/युवाओं ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया तथा अपनी खुशी और संतुष्टि व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने युवाओं को अवैध रूप से डंकी के रास्ते विदेश जाने के तरीके को न अपनाने की सलाह दी और अभ्यर्थियों को इसके खतरनाक और दुष्परिणामों से भी अवगत कराया। उन्होंने युवाओं को अपने जीवन में आगे बढ़ने का मूलमंत्र देते हुए कहा कि जीवन में अपना लक्ष्य निर्धारित करें और लक्ष्य प्राप्ति तक एकलव्य की भांति लगे रहें, अपनी सोच को हमेशा सकारात्मक रखें, अनुशासित एवं धैर्यवान बनें तथा राष्ट्र व समाज की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहें।
उन्होंने उम्मीदवारों को मिल-जुल कर और मेहनत से विश्व में देश का नाम गौरवान्वित करने तथा ‘हरियाणा एक हरियाणवी एक’ की भावना को बरकरार रखने की सलाह दी। मुख्यमंत्री ने अभ्यर्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार ने युवाओं के बीच वैश्विक नौकरी के अवसर लाने के लिए पूरी प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाया है। प्रदेश सरकार ने इस अभियान की शुरूआत इस साल के आरंभ में ही कर दी थी। लगभग 150 लोग जून माह के अंत तक इस्राइल में काम शुरू कर देंगे, इससे उनकी आय का स्तर भी बढ़ेगा और उनके जीवन स्तर में सुधार आयेगा।
गौरतलब है कि सारे आवेदन हरियाणा कौशल रोजगार निगम ने ऑनलाइन पोर्टल से मंगवाए और परिवार पहचान-पत्र के माध्यम से आवेदन अपलोड हुए, इसे डिजिटल क्रांति की शुरुआत कहा जाये तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। सीएम ने आश्वासन दिया कि सरकार भविष्य में भी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के इस दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए हरियाणा के उम्मीदवारों (पीपीपी धारकों) के लिए इस तरह के और अवसर प्रदान करती रहेगी।