पानीपत, 1 जून (हप्र)
एसपी अजीत सिंह शेखावत के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम ने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर गिरोह की एक युवती सहित पांच आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपियों में गिरोह का सरगना दिल्ली निवासी आरोपी सौरव व युवती सगे भाई-बहन हैं। आरोपियों ने मुखीजा कॉलोनी निवासी राजसिंह के खाते से 19 लाख 78 हजार रुपये निकाले थे।
थाना साइबर क्राइम प्रभारी इंस्पेक्टर प्रवीन शर्मा ने बताया कि मुखीजा कॉलोनी निवासी राजसिंह ने शिकायत में बताया था कि उसका एक्सिस बैंक में खाता है। उसके मोबाइल पर 24 अप्रैल को एक अज्ञात नबर से कॉल आई, कॉल रिसीव करने पर बात कर रही लड़की ने अपने आप को एक्सिस बैंक की कर्मचारी बताते हुए क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के लिए कहा। कॉलर ने क्रेडिट कार्ड को लॉगइन करने के लिए उससे ओटीपी मांगा। उसने विश्वास करते हुए कॉलर को ओटीपी बता दिया और उसके खाते से तभी 17.80 लाख रुपए व क्रेडिट कार्ड से 1 लाख 98 हजार 140 रुपए निकल गए।
पुलिस टीम ने कार्रवाई अमल में लाते हुए ठगी के पैसे जिस खाते में ट्रांसफर किये थे, उसको साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर 1930 के माध्यम से फ्रीज करवा दिया था, खाते में 15 लाख रुपए बचे थे। इंस्पेक्टर प्रवीन शर्मा ने बताया कि पुलिस टीम ने एसपी अजीत सिंह शेखावत के मार्गदर्शन में विभिन्न पहलुओं पर जांच करते हुए दिल्ली के चौखंडी से आरोपी सौरव गुप्ता निवासी डीडीए कॉलोनी चौखंडी को गिरफ्तार किया।
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने अपनी बहन व पांच अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर ऑनलाइन ठगी की उस वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपी सौरव को न्यायालय में पेश कर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया।
पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी की निशानदेही पर उसके साथी आरोपी कमल निवासी मोहन गार्डन, रोनक व मंजीत उर्फ प्रिंस निवासी विष्णु गार्डन व युवती निवासी दिल्ली को दिल्ली से गिरफ्तार किया।
आरोपी फर्जी सिम, फर्जी खाते का करते थे प्रयोग
आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ आरोपी रोनक ने अपनी आईडी पर सिम कार्ड खरीदकर आरोपी मंजीत उर्फ प्रिंस को 1 हजार रुपए में बेचा था। आरोपी मंजीत ने सिम कार्ड आगे सौरव को 1500 रुपए में बेच दिया। आरोपी कमल ने छत्तीसगढ़ में एचडीएफसी बैंक का खाता उपलब्ध करवाया था। युवती फर्जी बैंक कर्मी बनकर लोगों को फोन कर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढाने के नाम पर झांसे में लेकर ओटीपी पूछती थी। ओटीपी मिलते ही आरोपी सौरव नेट बैंकिंग के माध्यम से फर्जी खाते में पैसे ट्रांसफर कर लेता था। आरोपियों ने राज सिंह से ठगे 19 लाख 78 हजार रुपए में से 2 लाख रुपये चेक से, 50 हजार एटीएम से तुरंत निकाल लिये थे और 50 हजार रुपये अन्य खाते में ट्रांसफर कर लिए थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 4 मोबाइल व 14 सिम कार्ड व ठगी गई नगदी में से 35 हजार रुपये बरामद कर शुक्रवार को पांचों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। जहां से आरोपी युवती, रोनक, मंजीत उर्फ प्रिंस को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया।