जींद(जुलाना),1 जून (हप्र)
जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल में शनिवार को विश्व थैलेसीमिया दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के तौर पर सीएमओ डॉ. गोपाल गोयल, पीएमओ डॉ. जितेंद्र कादियान
का दिशा-निर्देशन रहा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला ने कहा कि थैलेसीमिया खून से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है, जिसमें व्यक्ति के शरीर में हीमोग्लोबिन बनना बंद हो जाता है। यह बीमारी पेरेंट्स से बच्चों तक पहुंचती है। ऐसे में इस लेकर जागरुकता फैलाने के मकसद से हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस मनाया जाता है। यह दिन थैलेसीमिया के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए है। उन्होंने अभिभावकों को सलाह दी कि अगर उनका पहला बच्चा थैलेसीमिया बीमारी से ग्रस्त है और वो दूसरा बच्चा चाह रहे हैं तो वो इस बात का पूरा ध्यान रखें और चिकित्सक से परामर्श लें। नोडल अधिकारी डॉ. पालेराम कटारिया ने कहा कि थैलेसीमिया बीमारी से बचने के लिए मरीज का हीमोग्लोबिन 11-12 बनाए रखने का प्रयास करें। समय पर दवाइयां लें और इलाज पूरा करवाएं। पौष्टिक भोजन एवं व्यायाम को नियमित अपनी दिनचर्या में शामिल करें। नवजात और गर्भवती मां का नियमित टीकाकरण भी कारगर साबित होता है। डॉ. पालेराम कटारिया ने बताया कि प्रयास है कि एक अलग से थैलेसीमिया व हीमोफीलिया के लिये सेंटर बनवाया जाए। जोकि आईसीएचएच कार्यक्रम के तहत बनाया जाएगा। जिसके बनने के बाद थैलेसीमिया रोगियों को सौहार्दपूर्ण माहौल में सभी इलाज प्राप्त होंगे। अभिवावक साहस और संतोष से काम लें तो थैलेसीमिया से ग्रस्त बच्चों को भी ताकत मिलेगी और वह इस बीमारी के अवसाद से बाहर निकल पाएंगे। इस मौके पर एमएस डॉ. अरविंद, ब्लड बैंक इंचार्ज डा. शिप्रा गिरधर, आशुतोष शर्मा, विशांत आदि मौजूद रहे।