संगरुर (गुरदासपुर) 4 जून (निस)
गुरदासपुर से कांग्रेस के सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के दिनेश सिंह बब्बू को शिकस्त दी है। आम आदमी पार्टी के अमन शेर सिंह शेरी कलसी तीसरे नंबर पर रहे। रंधावा की बड़ी जीत को देखकर उनके समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है। कांग्रेस प्रत्याशी सुखजिंदर सिंह रंधावा अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से 82861 मतों के अंतर से जीते।
सुखजिंदर सिंह रंधावा (कांग्रेस) को 359274 वोट मिले जबकि दिनेश सिंह बब्बू (भाजपा) को 281182 वोट मिले जो दूसरे स्थान पर रहे। अमन शेर सिंह शेरी कलसी (आप)-277252 वोट लेकर तीसरे नंबर पर रहे।
डॉ दलजीत सिंह चीमा (शिरोमणि अकाली दल)-84764 वोट लेकर चौथे स्थान पर आए। उल्लेखनीय है कि हर बार जब मैदान में कोई अभिनेता होता था तो यह वीआईपी सीट होती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। इस बार बीजेपी ने सनी देओल की जगह तीन बार के विधायक दिनेश बब्बू को टिकट दिया गया था ।
रंधावा का राजनीतिक सफर
सुखजिंदर सिंह रंधावा पहली बार 2002 में फतेहगढ़ चुड़री से कांग्रेस विधायक बने और इस दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में कृषि विभाग से संबंधित संसदीय सचिव बने। 2007 के चुनाव में सुखजिंदर सिंह रंधावा अकाली नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष निर्मल सिंह काहलों से हार गए। साल 2012 में नवगठित विधानसभा क्षेत्र डेरा बाबा नानक से रंधावा ने अकाली नेता और पूर्व मंत्री सुच्चा सिंह लंगाह को हराया और दूसरी बार विधायक बने। 2017 में विधानसभा क्षेत्र से अकाली नेता सुच्चा सिंह लंगाह को हराया और तीसरी बार विधायक बने और पंजाब कैबिनेट में सहकारिता और जेल मंत्री भी बने। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद सुखजिंदर सिंह रंधावा को मुख्यमंत्री का चेहरा चुना गया। रंधावा ने 2002, 2007 और 2017 में विधानसभा चुनाव जीते और पार्टी के उपाध्यक्ष और महासचिव के रूप में भी कार्य किया।