जयबीर राणा थंबड़/निस
बराड़ा, 5 जून
अम्बाला संसदीय सीट से विजयी कांग्रेस प्रत्याशी वरुण चौधरी की जीत पर क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है। फाइनल रिजल्ट आने से पहले ही उनके समर्थकों ने बाजार में ढोल के साथ खुशी का इजहार शुरू कर दिया और स्टेशन के दोनों तरफ बाजार में दुकानदारों का मुंह मीठा करवाया। बराड़ा में वरुण चौधरी के आवास पर उनके समर्थकों का जमावड़ा शुरू हो गया। वोटों की गिनती के दौरान वरुण चौधरी की लगातार बढ़त रहनेे पर समर्थक दोपहर से ही उनकी जीत तय मानने लगे। शाम होते ही बाजार में समर्थकों ने आतिशबाजी शुरू कर दी जो रात भर जारी रही। समर्थकों को जानकारी मिली कि वरुण चौधरी उनसे मिलने बराड़ा जरूर आएंगे, तो भारी संख्या में लोग उनके निवास पर डटे रहे। रात करीब पौने बारह बजे वरुण चौधरी बराड़ा पहुंचे तो भारी संख्या में समर्थकों का चेहरा भी खिल उठा। वरुण चौधरी ने सभी को बधाई देते कहा कि आप लोगों की मेहनत रंग लाई है। अम्बाला लोकसभा क्षेत्र के लोगों ने उनपर जो विश्वास जताया है, उसके लिए वह आभारी हैं। जिस तरह से उन्होंने मुलाना हलके की आवाज विधानसभा में उठाई है, उसी प्रकार अम्बाला लोकसभा की आवाज संसद में जोरशोर से उठाएंगे।
हफ्ते में एक दिन आते हैं बराड़ा
वरुण चौधरी का बराड़ा से हमेशा लगाव रहा है। वे सप्ताह में बराड़ा में एक दिन अवश्य आते थे, यहां के लोगों से मिलते, उनकी समस्याएं सुनते और उनके सुख-दुख में शामिल होते। बराड़ा नगर पालिका से लोगों को हो रही समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाई और नगरपालिका में हुई धांधलेबाजी को भी उजागर किया। इसके अलावा बराड़ा में बस स्टैंड की दुर्दशा की आवाज उठाते हुए उसके सुधार की मांग की। विपक्ष में होने के बावजूद वरुण चौधरी बेस्ट विधायक रहे। बेशक उनका पैतृक गांव यमुनानगर जिले के बिलासपुर के समीप मिलक रहा हो, लेकिन उनकी कर्मभूमि मुलाना हलका रही है।
पूर्व सीएम हुड्डा के करीबी थे पिता
वरुण चौधरी के पिता फूलचंद मुलाना पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नजदीकी माने जाते हैं। उन्होंने पूरे हरियाणा प्रदेश में लंबे समय प्रदेश में अलग-अलग विभाग का कार्यभार संभालते हुए प्रदेश में विकास कार्य किए। कांग्रेस सरकार में शिक्षा मंत्री,रेवेन्यू मंत्री प्लानिंग बोर्ड के डिप्टी चेयरमैन व हरियाणा कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे।