नरवाना, 5 जून (निस)
हरियाणा में कमजोर नेतृत्व, 2024 का चुनाव प्रबंध योग्य लोगों को न देना समेत भाजपा का उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन न करने के कई कारण रहे। यह बात भाजपा कार्यकर्ता, स्वयंसेवक, व्यापारी नेता, अग्रवाल समाज का प्रदेश में प्रतिनिधित्व करने वाले राजेन्द्र गुप्ता अमरगढ़ वाला ने कही।
उन्होंने कहा कि 2014 से भाजपा और नरेंद्र मोदी के नाम पर हरियाणा में सरकार तो बन गई परंतु कमजोर नेतृत्व चलता रहा। नरेन्द्र मोदी के कार्यों से प्रभावित होकर 2019 में पहले से भी जबरदस्त लहर चली, उस लहर में दोबारा हरियाणा में भाजपा सरकार बनी। 2014 से हरियाणा में पहली बार में अधिकारियों को कमजोर नेतृत्व का केवल एहसास होता रहा, फिर भी अधिकारियों ने खुला भ्रष्टाचार करने की हिम्मत नहीं की क्योंकि वें भाजपा व संघ से डरते थे। परंतु 2019 में हरियाणा में उनको कमजोर नेतृत्व का एहसास हो गया और खुला भ्रष्टाचार शुरू हो गया। हरियाणा के नेतृत्व में अपने टीम में किसी बड़े नेता, संगठन के पुराने नेता को मान-सम्मान न देकर कमजोर चुनाव हारे हुए नेताओं को अपने चाटुकार बनाकर, कुछ वरिष्ठ अधिकारी, कुछ ओ.एस.डी. को साथ में रखकर सरकार चलाने का काम किया, महत्वपूर्ण पदों पर उन्हें बैठाने का काम किया और ताज्जुब तो यह है कि कभी भी कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट प्रधानमंत्री व राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास नहीं पहुंचने दी।