रेवाड़ी, 7 जून (हप्र)
एक युवक के अपहरण व मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर देने के मामले में 10 दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से शुक्रवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षक से मिलकर रामपुरा थाना पुलिस की कारगुजारी से अवगत कराते हुए नाराजगी जताई और आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की।
जिले के गांव नांगल मूंदी का प्राइवेट अस्पताल में कार्यरत अमित कुमार 28 मई की सुबह ड्यूटी पर जाने के लिए बस में सवार हुआ था। जब उसकी बस रेवाड़ी-नारनौल हाईवे स्थित हरिनगर फ्लाईओवर पर पहुंची तो वैगनार कार में सवार होकर आए युवकों ने बस को रुकवाया और उसे नीचे उतारकर कार में डाल लिया। अमित ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि उसके ही गांव के आरोपी अनिल व रविन्द्र पिटाई करते हुए उसे कार में कई घंटों तक घुमाते रहे। रविन्द्र ने उसके सिर में पीछे पिस्तौल तान दी और जान से मारने की धमकी दी। वे उसे गांव बासदूदा के बाद बहरोड़ राजस्थान ले गए। रात 9 बजे वे उसे गांव रामपुरा के आश्रम रोड पर छोड़ कर फरार हो गए। अमित ने कहा कि उसने इसकी शिकायत रामपुरा थाना में दर्ज कराई। अपहरण का केस दर्ज होने के 10 दिन बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। अमित ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से उसे व उसके परिवार को लगातार धमकियां मिल रही है कि केस वापस नहीं लिया तो गंभीर परिणाम होंगे।
आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से गांव के लोग नाराज हैं। शुक्रवार को ग्रामीणों का एक दल जिला सचिवालय पहुंचा और एसपी से मिलकर रामपुरा थाना पुलिस की कारगुजारी के प्रति गुस्सा जताया। उन्होंने दिये ज्ञापन में मांग की कि नामजद आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। एसपी शशांक कुमार सावन ने कार्रवाई करने का भरोसा दिया।