असीम चक्रवर्ती
हाल-फिलहाल राधिका आप्टे दो अंग्रेजी फिल्मों ‘सिस्टम मिडनाइट’ और ‘लास्ट डे’ को लेकर व्यस्त हैं। इसके अलावा उनके पास कोई फिल्म शायद ही हो। खास तौर से मल्टीस्टारर फिल्म ‘विक्रम वेदा’ के फ्लॉप होने के बाद से हिंदी फिल्मों में उनका कैरियर स्थिर-सा हो गया है। लग तो ऐसा रहा है कि वह हिंदी फिल्मों से आउट होने की स्थिति में हैं। असल में वह उन चंद संभावनाशील तारिकाओं की श्रेणी में आती हैं, जिन्हें बॉलीवुड लगातार मौके दे रहा था। मगर अब बॉलीवुड में उनके प्रति यह विरक्ति भाव कई सवालिया निशान खड़े कर रहा है। आइए उनके कैरियर ग्राफ पर एक ताजा नजर डालें-
क्षेत्रीय फिल्मों का सहारा
राधिका की फिल्मों को देखें,तो अपने कैरियर में उन्होंने हिंदी की बजाय क्षेत्रीय फिल्में ज्यादा की हैं। वहीं उनकी अगली रिलीज भी एक अंग्रेजी फिल्म ‘सिस्टम मिडनाइट’ होगी। जाहिर है उनकी पिछली दूसरी फिल्मों की तरह इसकी भी कोई ज्यादा चर्चा नहीं होगी। वैसे भी ऐसी फिल्मों की चर्चा हमेशा ही उनके लिए ज्यादा जरूरी नहीं रही है। असल में इस उम्दा एक्ट्रेस को हिंदी फिल्मों ने ही सशक्त पहचान दी है। यह भी कि इस मामले में ही वह फिलहाल बहुत पीछे हैं।
उन्हें चाहिए एक अदद हिट
किसी भी माध्यम के प्रोजेक्ट में एंट्री लेना अभिनेत्री राधिका आप्टे को बखूबी आता है। कभी टीवी शो तो कभी वेब सीरीज। कुछ नहीं हुआ तो थियेटर के किसी प्रोजेक्ट को लेकर उन्हें व्यस्त देखा जा सकता है। फिल्में तो हमेशा इस कुशल तारिका का एक सशक्त मीडियम रहा है। पर विडंबना देखिए कि ‘विक्रम वेदा’ के बाद से लगातार फ्लाप की मार झेल रही हैं। लिहाजा अब वह किसी हिट फिल्म की तलाश कर रही हैं। उन्हें पता है कि यह तलाश एक अकेले उनसे संभव नहीं है,इसलिए वह अब खुद कुछ बड़े निर्देशकों से संपर्क कर रही हैं।
बड़ी लीग से बाहर
कई बड़ी फिल्मों में काम करने के बावजूद वह अभी तक बिग लीग में शामिल नहीं हो पाई हैं। उन्हें बड़े हीरो यानी सुपर स्टार नायकों के साथ उन्हें फिल्म करते हुए कम ही देखा जाता है। कभी फिल्म ‘पैडमैन’ के बाद यह उम्मीद बंधी थी कि उन्हें अब बड़े सितारों की फिल्में भी मिलेंगी। पर ऐसा नहीं हुआ। बाद में वह ‘बोंबेरिया’ जैसी फिल्मों में उलझ कर रह गई। राधिका ऐसे सवालों का बहुत नपा-तुला जवाब देती हैं,‘पहले तो मैं यह बात साफ कर दूं कि कोई बड़ी मसाला फिल्म मैं सिर्फ उसके कॉन्टेंट की वजह से करती हूं। इस इरादे से नहीं कि मैं किसी सुपर स्टार हीरो के साथ फिल्म कर पाऊंगी।’
राधिका को खुश रहना आता है
7 सितंबर 1985 को जन्मी राधिका आप्टे के स्वभाव के दो पहलू हैं। पहला वह थोड़ी मूडी हैं। दूसरा,छोटी-छोटी बातों में खुशियां समेट लेना उन्हें बखूबी आता है। वह तमिल,तेलुगु, मलयालम,हिंदी अंग्रेजी,बंगला सहित कई भाषाओं की फिल्में कर चुकी हैं। उन्होंने ,खुद एक शार्ट फिल्म को डायरेक्ट भी किया है। उन्हें जो अच्छा लगता है,वही करती हैं। उन्होंने साल 2012 में ब्रिटिश वायलिन वादक और संगीतकार बैंडिक्ट टेलर से विवाह रचाया। जिसे अब तक बहुत अच्छी तरह से निभा रही हैं। वह अपनी शादीशुदा जिंदगी के बारे में ज्यादा बात करना पसंद नहीं करती हैं।
डांस के प्रति पैशन
उनके माता-पिता दोनों ही डॉक्टर हैं। लेकिन बचपन से ही एक्टिंग करना उन्हें पसंद था। इसलिए उन्होंने थियेटर करना शुरू किया। पर एक्टिंग के साथ ही डांस के प्रति भी उनका पैशन था। इसलिए तय कर रखा था कि एक फ्लेज्ड डांस का कोर्स करूंगी। यही वजह थी कि अपने कैरियर के शुरू में ही कई अच्छे ऑफर छोड़कर डांस का कोर्स करने के लिए लंदन चली गई थी। फिर एक्टिंग की दुनिया में वापस आ गईं। उन्हें इस बात का दुख है कि उनकी इस योग्यता का इस्तेमाल न के बराबर फिल्मो में किया गया। जबकि उन्होंने जमकर फिल्मों में किया। अब जबकि फिल्मों में उनकी स्थिति आउट जैसी बन चुकी है,राधिका के इस समर्पण भाव को नजरअंदाज करना ठीक नहीं होगा।