सोनीपत, 7 जून (हप्र)
नवनिर्वाचित सांसद एवं अभिनेत्री कंगना रनौत को थप्पड़ मारने के मामले में ओलंपियन मेडलिस्ट पहलवान बजरंग पूनिया ने ट्वीट किया है कि जब महिला किसानों के खिलाफ अनाप-शनाप बयानबाजी की गई थी तब नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले कहां थे। बजरंग पूनिया ने लिखा कि अब किसान मां की बेटी ने गाल लाल कर दिया तो शांति का पाठ पढ़ाने आ गये। जब सरकारी जुल्म से किसान मारे गए तब हुकूमत को शांति का पाठ पढ़ाना था।
ट्वीट के बाद सोनीपत में अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए बजरंग पूनिया ने कहा कि मैं हिंसा का समर्थन नहीं करता, लेकिन जब हमारी किसान माताएं-बहनें आंदोलन पर बैठीं तो उनके खिलाफ अपशब्द बोले गये। ऐसे में ज्ञान का पाठ पढ़ाने वाले तब कहां थे। जब महिला खिलाड़ी आंदोलन कर रही थीं और उन्हें सड़क पर घसीटा गया, तब ज्ञानी लोग कहां थे। उन्होंने कहा कि कंगना ने बोला था कि 100-100 रुपये लेकर महिलाएं धरने पर बैठी हैं। अगर कंगना रनौत किसान होती तो उसे पता होता कि किसान कितनी मेहनत करता है। वह अपनी फसल का दाम मांग रहे हैं। वह सरकार से फ्री में करोड़ों रुपये नहीं मांग रहे थे। कंगना रनौत कोई फिल्म करती हैं तो वह फ्री में नहीं करती, इसके एवज में करोड़ों रुपये लेती हैं। सबको अपना हक पाने का अधिकार है। ऐसे में माताओं-बहनों को लेकर गलत बोलना भी सही नहीं था। महिला पहलवानों के साथ जब गलत हुआ और आंदोलन में बैठी जिन माताओं-बहनों को गलत बोला गया वह भी देश की बेटियां हैं। अब सोशल मीडिया पर ज्ञान बांटने वाले लोगों को तब भी सामने आना चाहिए था।