चंडीगढ़, 8 जून (ट्रिन्यू)
पिछले साल जुलाई में हरियाणा के 12 जिलों में आई बाढ़ से सबक लेते हुए हरियाणा सरकार इस बार समय रहते हरकत में आ गई है। मानसून सीजन को देखते हुए प्रदेश की नहरों व ड्रेनों की सफाई की विशेष कार्ययोजना बनाई है। 30 जून तक इस कार्य को सिरे चढ़ाने का लक्ष्य रखा है। पिछले साल 12 जिलों के 1353 गांवों समेत छह शहरी इलाके प्रभावित हुए थे। लिफ्ट कैनाल यूनिट में बाढ़ की स्थिति को रोकने के लिए 54वीं और 55वीं फ्लड एजेंडा बैठक में योजनाओं को मंजूरी दी गई।
अधीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिए हैं कि वे 25 जून तक एक्शन मोड में अपने क्षेत्र की नहरों व ड्रेन की सफाई करवाएं। साथ ही, फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल निकासी मशीनरी के प्रभावी संचालन के लिए बाढ़ संभावित स्थलों पर पहले ही अस्थाई बाढ़ बिजली कनेक्शन लागू करें ताकि मानसून सीजन के दौरान खेतों की पानी निकासी में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता लिफ्ट कैनाल बिजेंद्र सिंह नारा के मुताबिक प्रदेश में आगामी 30 जून तक मानसून के हरियाणा में प्रवेश करने की उम्मीद है। लिहाजा इस स्थिति को देखते हुए अधीक्षण अभियंताओं को हिदायत दी है कि मानसून सीजन के दौरान नहरों व ड्रेनों में पानी की सप्लाई सुचारू रूप करें। इसे लेकर तुरंत सफाई की जाए और जहां पर नहरों की मरम्मत की जरूरत है, उसे भी त्वरित गति के साथ पूरा किया जाए। सिंचाई विभाग की ओर से आंधी व तूफान की स्थिति को देखते हुए नहरों के साथ माइनरों व ड्रेन पर गश्त बढ़ाने और हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता लिफ्ट कैनाल बिजेंद्र नारा की ओर से अधीक्षण अभियंताओं को इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखे जा चुके हैं।