नयी दिल्ली (एजेंसी) : दिल्ली विश्वविद्यालय ने कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर की भर्ती के लिए अपने पात्रता मानदंड में संशोधन किया है, जिसमें प्रस्तुतिकरण का एक अतिरिक्त चरण शामिल किया गया है। इस कदम की शिक्षक समुदाय ने कड़ी आलोचना की है और इसे वापस लेने की मांग की है। विश्वविद्यालय ने शिक्षक भर्ती के लिए हाल में अधिसूचित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) में न्यूनतम पात्रता को पहले के 50 अंक से बढ़ाकर 55 अंक कर दिया है। साथ ही अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/दिव्यांग वर्ग के उम्मीदवारों के लिए पांच अंक की छूट भी दी गई है। नये नियमों के अनुसार, अभ्यर्थियों के अंतिम चयन की प्रक्रिया दो चरणों में आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रस्तुति के माध्यम से मूल्यांकन और चयन समिति द्वारा साक्षात्कार शामिल है। इसमें कहा गया कि अभ्यर्थियों को उनके लेखन कौशल के मूल्यांकन के लिए प्रस्तुति के दिन एक निबंध भी लिखने के लिए कहा जाएगा। विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद की सदस्य माया जॉन ने मूल्यांकन अत्यधिक मनमाना हो गया है। इसका विरोध किया जाना चाहिए, क्योंकि यह आवेदकों की संख्या को सीमित कर देगा।
यूपी राज्य विश्वविद्यालय, मुरादाबाद अब गुरु जम्भेश्वर के नाम पर
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय, मुरादाबाद का नाम परिवर्तित कर गुरु जम्भेश्वर राज्य विश्वविद्यालय, मुरादाबाद किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी।