शिमला, 11 जून (हप्र)
संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा है कि नालागढ़, देहरा व हमीरपुर की जनता का सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर उपचुनाव क्यों हो रहे हैं। जब वहां की जनता ने पांच साल के लिए निर्दलीय विधायकों को चुनकर भेजा था तो अब उपचुनाव क्यों। उन्होंने कहा कि जनता यह सवाल उन लोगों से पूछेगी जो अब भाजपा में चले गए हैं। यदि भाजपा उनको टिकट देती है तो जनता यही पूछेगी। शिमला में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि निर्दलीय विधायक विधानसभा के भीतर भी विरोध कर सकते थे, उनको विधायकी छोड़ने की जरूरत क्यों पड़ी। उन्होंने कहा कि बगावत करने वालों के साथ ये निर्दलीय पूर्व विधायक भी रहे हैं जिन्होंने पर्दे के पीछे सौदेबाजी की है। आज जनता पर करोड़ों रूपये के चुनाव का बोझ डाल दिया जिसकी कोई जरूरत ही नहीं थी।
उन्होंने कहा कि जनता ने बागियों को नकार दिया है और चार सीटें कांग्रेस को दी हैं। अब निर्दलीयों के साथ भी ऐसा ही होने वाला है क्योंकि मतदाता सब जानते हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि कांग्रेस उपचुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। बुधवार को विधायक दल की बैठक शिमला में होगी जहां पर व्यापक रणनीति इस दिशा में बनाई जाएगी।
भर्तियों का सिलसिला शुरू करने में हुई देरी
हर्षवर्धन ने माना कि प्रदेश में भर्तियों का सिलसिला शुरू करने में थोड़ी देर हुई है लेकिन यह केवल अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड में भ्रष्टाचार की वजह से हुआ है। उन्होंने कहा कि इस भ्रष्टाचार को दूर करने में सरकार को समय लग गया लेकिन अब नौकरियों का सिलसिला शुरू हो चुका है। नए बनाए गए आयोग ने भर्तियों का शेडयूल जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग में मल्टी टास्क वर्कर की भर्ती शुरू हो चुकी है जहां पर 4 हजार से ज्यादा पद भरे जाएंगे। वन विभाग में प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। शिक्षा विभाग में 6 हजार पदों को स्वीकृत किया है जिसमें से बैचवाइज भर्ती शुरू भी कर दी गई है। पुलिस विभाग में भर्ती आचार संहिता की वजह से नहीं हुई, जहां अब प्रक्रिया को शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने डेढ़ साल में 21 हजार पदों को चिन्हित किया है, जिनको जल्द से जल्द भर दिया जाएगा।