सोनीपत, 11 जून (हप्र)
शहद में सिरप मिलाने की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की मांग को लेकर मधुमक्खी पालक लामबंद हो गये हैं। मंगलवार को मधुमक्खी पालकों ने मधुक्रांति बीफार्मर्स वेल्फेयर सोसायटी के बैनर तले लघु सचिवालय परिसर में पहुंचकर जिला उपायुक्त कार्यालय में मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
मधुमक्खी पालकों ने आरोप लगाया कि बाजारों में धड़ल्ले से मिलावटी शहद की लगातार बिक्री हो रहा है। यही नहीं विदेशों में भी निर्यात किया जा रहा है। देश में शहर के कुल उत्पादन से अधिक शहद निर्यात कर दिया जाता है। बड़ी-बड़ी कंपनियां शहर निर्यात कर रही है, लेकिन पिछले 3 माह से मधुमक्खी पालक का शहद बिक नहीं रहा है। इसके कारण मधुमक्खी पालक अपनी मधुमक्खियों को इस भीषण गर्मी में कृत्रिम फीड देने में भी असमर्थ हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द बाजार में उपलब्ध शहद की गुणवत्ता की जांच की जानी चाहिए। जांच में अगर शहद में मिलावट मिलती है तो संंबंधित कंपनियों व विक्रेताओं के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए।
सोसायटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश कुमार जाखड़ ने सरकार और प्रशासन से मांग की कि शहद उत्पादकों के भविष्य को बचाने के लिए बाजार में मिलावटी शहद बेचने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।