नरवाना (निस)
पंजाब नेशनल बैंक कृषक प्रशिक्षण केंद्र में तीन दिवसीय जैविक खेती प्रशिक्षण का समापन किया गया। पंजाब नेशनल बैंक कृषक प्रशिक्षण केन्द्र, सच्चा खेड़ा में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य घर में ही जैविक खाद तैयार कर सकते हैं और फसल व जमीन में दुष्प्रभाव से बच सकते हैं। जैविक खेती एक ऐसी पद्धति है, जिसमें रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और खरपतवार नाशकों के स्थान पर जीवांश खाद पोषक तत्वों (गोबर की खाद कम्पोस्ट, हरी खाद, जीवाणु कल्चर, जैविक खाद आदि) जैव नाशियों (बायो-पैस्टीसाइड) व बायो एजेंट जैसे क्राईसोपा आदि का उपयोग किया जाता है। इससे न केवल भूमि की उर्वरा शक्ति लंबे समय तक बनी रहती है, बल्कि पर्यावरण भी प्रदूषित नहीं होता और कृषि लागत घटने व उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ने से कृषक को अधिक लाभ भी मिलता है। जैविक खेती के बारे में लोगों को जागरूक करना है। कार्यक्रम के अन्त में केंद्र निदेशक डॉ. रमन शीलवन्त द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरित किये गये।