भुवनेश्वर, 13 जून (भाषा)
Puri Jagannath Mandir: ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और उनकी मंत्रिपरिषद के सदस्यों की मौजूदगी में बृहस्पतिवार की सुबह पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर के सभी चार द्वार श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोल दिए गए। भाजपा ने चुनाव में इन्हें खोलने का वादा किया था।
कोविड-19 महामारी के बाद से बंद किए गए 12वीं सदी के मंदिर के तीन द्वार भगवान जगन्नाथ की ‘मंगल आलती’ अनुष्ठान के बाद फिर से खोल दिए गए हैं। मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री, मंत्री, कई भाजपा सांसद और पार्टी नेता मंदिर पहुंचे और भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना की।
‘मोदी की गारंटी यानि हर गारंटी पूरा होने की गारंटी’
महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के दर्शन के लिए श्री मंदिर के चारो द्वार खोलकर राज्य सरकार ने माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के संकल्प को सिद्ध किया है।
नवनिर्वाचित सरकार के शपथ ग्रहण के 24 घंटे के अंदर इस अभिनंदनीय… pic.twitter.com/Ip8UelV1Ow
— Sambit Patra (@sambitswaraj) June 13, 2024
उन्होंने मंदिर परिसर की परिक्रमा भी की। माझी ने पुरी में संवाददाताओं से कहा, ”शपथ ग्रहण समारोह के बाद, भाजपा सरकार ने बुधवार की शाम को मंदिर के सभी चार द्वारों को फिर से खोलने का अपना पहला निर्णय लिया था। आज, ‘मंगल आलती’ अनुष्ठान के बाद सुबह छह बज कर तीस मिनट पर द्वार फिर से खोल दिए गए।”
इस अवसर पर हम सभी ने महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया। महाप्रभु अपने सभी भक्तों को सुखमय और मंगलमय जीवन प्रदान करें तथा सुखी, समृद्ध, सुरक्षित व विकसित भारत और ओड़िसा के निर्माण के लिए हम सभी को आशीर्वाद दें, यही प्रार्थना है।
जय जगन्नाथ।🙏 pic.twitter.com/IgtPMXY9XW
— Sambit Patra (@sambitswaraj) June 13, 2024
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रखेगी और जरूरत पड़ने पर मंदिर में श्रद्धालुओं के आवागमन को सुचारू बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।
उन्होंने कहा कि ओडिशा सरकार ने मंदिर के बेहतर प्रबंधन, रखरखाव और विकास के लिए 500 करोड़ रुपये का कोष स्थापित करने का भी फैसला किया है।
मांझी ने कहा कि इस संबंध में आगामी राज्य बजट में प्रावधान किया जाएगा। कैबिनेट मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि यह जानने के लिए विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है कि महामारी के बाद मंदिर के तीन द्वार फिर से क्यों नहीं खोले गए थे।
उन्होंने कहा, ”हमने भगवान जगन्नाथ के दर्शन किए और उनसे मानव जाति की रक्षा करने और अगले पांच वर्षों तक ओडिशा के लोगों की सेवा करने की शक्ति देने का आशीर्वाद मांगा।”
मंदिर के सभी द्वार खोलना भाजपा के चुनाव घोषणापत्र में एक प्रमुख वादा था। पिछली बीजू जनता दल (बीजद) सरकार ने कोविड-19 महामारी के बाद से मंदिर के चार में से तीन द्वार बंद रखे थे। श्रद्धालुओं को केवल सिंहद्वार से प्रवेश की अनुमति दी गई, जबकि मंदिर के अन्य तीन तरफ स्थित द्वार बंद रहे, जिससे श्रद्धालुओं को असुविधा हुई।