संगरूर, 13 जून (निस)
एक सप्ताह पहले हुई मारपीट को लेकर दलित भाईचारा और किसान यूनियन आमने-सामने हो गए हैं। दलितों का कहना है कि किसान नेता मनजीत सिंह और अन्य को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। दलितों ने 17 जून तक का अल्टीमेटम दिया है। उधर, किसान यूनियन ने भी चेतावनी दी है कि अगर मनजीत सिंह पर दर्ज मामले वापस न लिए गए तो वे संघर्ष करने पर मजबूर होंगे। इसके चलते संबंधित गांवों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुईं है। उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पहले किसान नेता मनजीत सिंह घराचों के बेटे राजवीर सिंह पर हमले का मामला सामने आया था और घटना के कुछ देर बाद मनजीत सिंह घराचों व अन्य ने दो कथित हमलावरों को पकड़ कर उनकी पिटाई कर दी थी। सदर थाना पुलिस ने हमला करने वाले तीन युवकों राजवीर व अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। दूसरी ओर कथित हमलावर ने भी दो युवकों की पिटाई के मामले में किसान नेता मनजीत सिंह घराचों और अन्य के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत क्रॉस केस दर्ज किया था। लेकिन आज यह मामला तब गरमा गया जब किसान नेता और अन्य लोगों द्वारा कथित हमलावर द्वारा दो युवकों को बेरहमी से पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस दौरान उन्होंने मांग की कि मनजीत सिंह व अन्य के खिलाफ दर्ज मामले में धारा 307 जोड़ी जाए। बसपा के प्रदेश महासचिव चमकौर सिंह वीर ने कहा कि 6 जून को कुछ युवकों के बीच हुए झगड़े के बाद भाकियू एकता उगराहां के नेता मनजीत सिंह घराचों व अन्य ने दो युवकों की बेरहमी से पिटाई कर दी थी, जिसे सिविल अस्पताल संगरुर में भर्ती कराया गया है। इनमें अमन सिंह ग्राम बलियां के सिर में पांच टांके लगे,उसका पैर व हाथ टूट गया है। भाई गुरदास कॉलेज के छात्र चट्ठे सेखवां निवासी हरजीत सिंह को भी बुरी तरह पीटा गया। आज बसपा के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन किया। डीएसपी (आर) संगरूर को पिटाई के वीडियो दिखाए गए और मांग की गई कि मनजीत सिंह और अन्य के खिलाफ दर्ज मामले में धारा 307 जोड़ी जाए। उन्होंने बताया कि डीएसपी ने 17 जून तक मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि अगर 17 जून तक कार्रवाई नहीं हुई तो बड़े स्तर पर संघर्ष किया जाएगा।