शिमला, 18 जून (हप्र)
हिमाचल प्रदेश में सूखे की स्थिति के मद्देनज़र लोगों को पेयजल के साथ-साथ अन्य दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में प्राकृतिक स्त्रोतों में पेयजल की कमी, पेयजल आपूर्ति, पेयजल वितरण व पेयजल योजनाओं को हुए नुकसान की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। इस गंभीर स्थिति से निपटने और लोगों को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि हालात सामान्य होने तक जल शक्ति विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने आज शिमला में कहा कि विभाग द्वारा सख्त दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा गया है कि सभी अधिकारी और कर्मचारी अपने कार्यालयों में उपस्थित रहेंगे। यदि कोई अधिकारी, कर्मचारी छुट्टी पर है तो वह तुरंत अपने तैनाती कार्यालय में रिपोर्ट करे।
प्रवक्ता ने कहा कि विभाग के प्रमुख अभियंता, मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंताओं को पेयजल आपूर्ति की कमी से संबंधित समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि राज्य की जनता को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए व्यापक स्तर पर कदम उठाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
शिमला शहर में 30 तक निर्माण कार्यों पर पाबंदी
शिमला में पानी की कमी को देखते हुए नगर निगम ने शहर के भीतर सभी तरह के निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया है। 30 जून तक शहर में किसी भी तरह के निर्माण पर पाबंदी रहेगी। शहर के कुछ इलाकों में तीसरे और चौथे दिन पानी की सप्लाई की जा रही है। भारी गर्मी के कारण जल स्त्रोतों में पानी का स्तर कम हो गया है। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पानी की कमी को देखते हुए निर्माण कार्यों में मॉनसून तक प्रतिबंध लगाया गया है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर में मांग के मुताबिक टैंकर से भी पानी पहुंचाया जा रहा है।