रेवाड़ी, 18 जून (हप्र)
पत्नी को साथ नहीं भेजने से नाराज पति ने अपनी सास की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को सुनसान जगह फेंक कर फरार हो गया। पुलिस टीमें इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को सुलझाने में लगी हुई थी। 5 दिन बाद पुलिस ने जब इस गुत्थी को सुलझाया तो हत्यारा मृतका का दामाद ही निकला। पुलिस ने हत्या में शामिल दामाद व उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने दोनों को आज अदालत में पेश करके पूछताछ के लिए दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।
समाचारों के अनुसार 13 जून को गांव खुर्मपुर निवासी सन्नी ने इसी गांव की विधवा ललिता देवी की गुमशुदगी का मामला थाना बावल में दर्ज करवाया था। इसी दिन शाम को ललिता का शव बावल एग्रीकल्चर कॉलेज के पास सड़क किनारे गड्ढे में मिला था। उसकी चुन्नी से गला दबाकर हत्या की गई थी। चुन्नी गले में बंधी हुई मिली थी। मायके में रह रही बेटी सपना ने मां ललिता के शव की पहचान की। सपना ने पुलिस को बताया कि चरखी दादरी के गांव खोरडा निवासी उसका पति संदीप फिलहाल उसके साथ मायके में ही रह रहा था। 12 जून को उसकी मां के पास किसी ऑफिस से फोन आया था कि सरकार की ओर से कन्यादान में दी जाने वाली राशि का चेक आया हुआ है। जिसे लेने के लिए वह घर से निकली थी। जब देर रात तक उसकी मां वापस नहीं लौटी तो उसकी तलाश की गई। देर रात उसका शव सड़क किनारे गड्ढे में मिला। उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। तभी से पुलिस अब ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को सुलझाने में लगी हुई थी।
तार से तार जोड़ते हुए पुलिस आखिरकार हत्यारे तक जा पहुंची और यह हत्यारा कोई और नहीं, बल्कि मृतका का दामाद ही था। पुलिस ने दामाद संदीप व उसके साथी आशीष को गिरफ्तार कर लिया। हत्या का राज खोलते हुए संदीप ने पुलिस को बताया कि उसका विवाह वर्ष 2023 में सपना से हुआ था।
शादी के एक माह के बाद से ही वह अपने ससुराल में रह रहा था तथा कुछ दिनों से उसका सास व पत्नी से झगड़ा चल रहा था। 8 जून को जब उसने अपनी सास से सपना को अपने गांव खोरड़ा ले जाने के लिए कहा तो उसने साफ इंकार कर दिया और उसके साथ झगड़ा किया। तत्पश्चात उसने सास की हत्या का प्लान बनाया।