नयी दिल्ली में भाजपा की सदस्यता लेने के बाद किरण व श्रुति चौधरी। साथ हैं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी, भाजपा महामंत्री तरुण चुघ व हरियाणा में लोस चुनाव के सह-प्रभारी रहे सुरेंद्र नागर। - ट्रिन्यू
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 19 जून
हरियाणा में कांग्रेस विधायक दल की नेता रहीं और तोशाम से विधायक किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी अब भाजपाई हो गई हैं। श्रुति हरियाणा कांग्रेस की कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष थीं और वह भिवानी-महेंद्रगढ़ से सांसद भी रही हैं। किरण व श्रुति ने बुधवार को नयी दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में सदस्यता हासिल की। फिर दोनों ने अमित शाह, जेपी नड्डा से मुलाकात की।
माना जा रहा है कि भाजपा किरण चौधरी को राज्यसभा भेज सकती है। कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा के रोहतक से लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट खाली हुई है। किरण की बेटी व पूर्व सांसद श्रुति चौधरी को बंसीलाल परिवार की परंपरागत सीट तोशाम से विधानसभा चुनाव लड़वाया जा सकता है। केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास तथा बिजली मंत्री मनोहर लाल, सीएम नायब सिंह सैनी, भाजपा महामंत्री तरुण चुघ, हरियाणा में लोकसभा चुनाव के सह-प्रभारी रहे सुरेंद्र नागर व पूर्व सांसद अनुराधा चौधरी की मौजूदगी में दोनों ने भाजपा की सदस्यता हासिल की। इस मौके पर सीएम के एडवाइजर (पब्लिसिटी) तरुण भंडारी भी मौजूद रहे। किरण 1998 से 2003 तक दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष भी रहीं। उनके पति चौ. सुरेंद्र सिंह सांसद भी रहे और हरियाणा के कृषि मंत्री भी रहे। चौ. बंसीलाल ने जब कांग्रेस छोड़ हरियाणा विकास पार्टी (हविपा) का गठन किया था तो भी किरण कांग्रेस में ही सक्रिय थीं। बंसीलाल परिवार की परंगरागत सीट तोशाम से किरण ने 2005 में पहली बार उपचुनाव के जरिये हरियाणा विधानसभा में एंट्री की। इसके बाद 2009, 2014 और 2019 में भी उन्होंने तोशाम से चुनाव जीता।
किरण चौधरी 2005 से 2009 तक फिर 2014 तक हरियाणा सरकार में मंत्री रहीं। उनकी बेटी व बंसीलाल की पोती श्रुति चौधरी ने 2009 में भिवानी-महेंद्रगढ़ से लोकसभा चुनाव जीता। हालांकि इसके बाद वह 2014 और 2019 का चुनाव हार गईं। इस बार भी श्रुति चौधरी लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छुक थीं, लेकिन उनकी जगह महेंद्रगढ़ से विधायक राव दान सिंह को टिकट दिया गया।
राजनीति में बंसीलाल का विशेष प्रभाव : नायब
इस मौके पर सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा, ‘चौधरी बंसीलाल परिवार का पूरा समय हरियाणा की राजनीति को समर्पित रहा। किरण चौधरी व श्रुति चौधरी के आने से पार्टी को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि किरण चौधरी व श्रुति चौधरी के साथ मिलकर भाजपा एक परिवार की तरह हरियाणा को मजबूत करने का काम करेगी।
शरीर कांग्रेस में तो मन भाजपा में रहा : मनोहर
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा, किरण चौधरी के साथ मैंने विधानसभा में काम किया है। साढ़े नौ वर्षों तक बतौर मुख्यमंत्री मैंने किरण के कार्य करने के तरीके को देखा है। किरण चौधरी शरीर से भले ही कांग्रेस में रही हों, पर वह प्रदेश सरकार के कार्यों से हमेशा प्रभावित रहीं। इसलिए कह सकते हैं कि उनका मन पहले से ही भाजपा की नीतियों में रहा। उन्होंने कहा, मुझे चौधरी बंसीलाल के साथ काम करने का मौका भी मिला है। 1996 से 1998 में बंसीलाल और भाजपा की साझी सरकार थी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने दी शुभकामनाएं
हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौ. उदयभान ने कहा, ‘किरण चौधरी को शुभकामनाएं। उन्हें भाजपा में भविष्य लग रहा होगा। भाजपा में सीएम पद की एक और दावेदार शामिल हो गईं। वैसे भी केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कह दिया है कि इनका (किरण का) मन तो भाजपा में ही था। अब उन्हें यह भी बता देना चाहिए कि पिछले राज्यसभा चुनाव में भाजपा के साथ क्या डील हुई थी।
मनोहर लाल ने हरियाणा में पर्ची-खर्ची सिस्टम को समाप्त किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकासकारी नीतियों विशेषकर विकसित भारत के संकल्प से मैं काफी प्रभावित हूं। चौ. बंसीलाल की तरह ही मनोहर लाल ने भी ईमानदारी से अच्छा कार्य किया है। मैंने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया है।
-किरण चौधरी, पूर्व मंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशहित में ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। पूरे विश्व में भारत का नाम चमकाया है। मैं भाजपा की नीतियों से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर रही हूं। मेरे लिए गौरव की बात है कि चौधरी बंसीलाल के साथ मनोहर लाल काम कर चुके हैं।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।