नयी दिल्ली, 21 जून (एजेंसी)
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को विवादों में घिरी राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी)-2024 की छह जुलाई से प्रस्तावित काउंसलिंग प्रक्रिया को टालने से इनकार कर दिया। शीर्ष अदालत ने परीक्षा रद्द करने के आग्रह वाली याचिका पर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए), केंद्र सरकार और अन्य को नोटिस जारी किये हैं।
जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस एसवीएन भट्टी की अवकाशकालीन पीठ ने परीक्षा में धांधली का आरोप लगाने वाली अन्य लंबित याचिकाओं के साथ इस मामले की अगली सुनवाई आठ जुलाई को तय की है। याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश अधिवक्ता ने तर्क दिया, ‘मैं केवल प्रार्थना कर रहा हूं कि छह जुलाई को होने वाली काउंसलिंग केवल दो दिनों के लिए टाल दी जाए। इसका कारण यह है कि मुख्य मामला आठ जुलाई को सूचीबद्ध है।’ पीठ ने कहा, ‘हम एक ही तरह के बयान सुन रहे हैं। काउंसलिंग का मतलब ‘शुरू करना और बंद करना’ नहीं है। यह एक प्रक्रिया है, जोकि छह जुलाई से शुरू हो रही है।’ कोर्ट को बताया गया कि काउंसलिंग लगभग एक सप्ताह तक चलेगी। पीठ ने एनटीए को कुछ निर्देश देने का अनुरोध करने वाले एक अलग आवेदन पर भी विचार किया। आवेदक की ओर से पेश अधिवक्ता ने 23 जून को दोबारा होने वाली परीक्षा का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि एनटीए ने कुछ महत्वपूर्ण जानकारी छिपा ली है। इसके बाद पीठ ने एनटीए के अधिवक्ता से आवेदन पर जवाब दाखिल करने को कहा और इसे आठ जुलाई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया। गौर हो कि नीट-यूजी-2024 परीक्षा पर अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने 18 जून को कहा था कि अगर परीक्षा के संचालन में किसी की ओर से ‘0.001 प्रतिशत भी लापरवाही’ हुई है, तो भी इससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए।
नीट-यूजी परीक्षा में कथित अनियमितता के आरोपों के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए और प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। एनटीए के अब तक के इतिहास में अभूतपूर्व रूप से 67 छात्रों ने पूरे 720 अंक प्राप्त किए जिनमें हरियाणा के फरीदाबाद स्थित एक ही केंद्र पर परीक्षा देने वाले छह अभ्यर्थियों के नाम भी शामिल हैं, इससे परीक्षा में अनियमितता किये जाने का संदेह उत्पन्न हो गया। यह आरोप लगाया गया कि कृपांक (ग्रेस मार्क्स) के कारण 67 छात्रों को शीर्ष रैंक हासिल हुई। देशभर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नीट-यूजी परीक्षा का आयोजन एनटीए द्वारा किया जाता है।
नीट-यूजी मामले में देशभर में हुए प्रदर्शन
नयी दिल्ली (एजेंसी) : ‘राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी), 2024’ की परीक्षा में कथित अनियमितताओं के खिलाफ शुक्रवार को देशभर में प्रदर्शन हुए। विभिन्न राज्यों में अलग-अलग संगठनों एवं राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने सरकार एवं एनटीए के खिलाफ नारेबाजी की। पंजाब, पश्चिम बंगाल, झारखंड सहित कई राज्यों में अभ्यर्थियों ने जबरदस्त नारेबाजी की। दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्यालय के निकट विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अंतरिम अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने किया।