नयी दिल्ली, 22 जून (एजेंसी)
नीट-यूजी विवाद के बीच केंद्र सरकार ने प्रतियोगी परीक्षाओं में कदाचार और अनियमितताओं पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से एक कड़ा कानून लागू कर दिया है। इसके तहत दोषी पाए जाने पर तीन से दस साल तक की कैद और एक करोड़ रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लगभग चार महीने पहले, लोक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) विधेयक 2024 को मंजूरी दी थी। शुक्रवार रात जारी कार्मिक मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक कानून के प्रावधान 21 जून से लागू हो गये।
वहीं शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) में सुधार के लिए इसरो के पूर्व प्रमुख के. राधाकृष्णन के नेतृत्व में उच्च स्तरीय समिति गठित की है। सात सदस्यीय समिति दो महीने के भीतर रिपोर्ट देगी। इस बीच, एनटीए के डीजी सुबोध कुमार सिंह को पद से हटा दिया गया है। भारत व्यापार संवर्धन संगठन के एमडी प्रदीप सिंह खरोला को एनटीए के डीजी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
आज होने वाली नीट-पीजी परीक्षा स्थगित
नयी दिल्ली (ट्रिन्यू) : स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार देर रात बताया कि रविवार को होने वाली नीट-पीजी परीक्षा को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
1563 छात्रों के लिए आज नीट-यूजी दोबारा, सेंटर बदले
ग्रेस मार्क्स रद्द किये जाने के बाद 1563 अभ्यर्थियों के लिए रविवार को दोबारा आयोजित की जा रही नीट-यूजी परीक्षा के लिए चंडीगढ़ को छोड़कर हरियाणा, मेघालय, छत्तीसगढ़ और गुजरात में सभी परीक्षा केंद्र बदल दिए गये हैं। हरियाणा के झज्जर में भी परीक्षा केंद्र बदला गया है, जहां 6 परीक्षार्थियों ने 720 में से 720 अंक प्राप्त किये थे।
झारखंड से 6 लोग हिरासत में
देवघर/ पटना (एजेंसी) : बिहार पुलिस ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में अनियमितताओं के मामले में झारखंड के देवघर जिले से छह लोगों को हिरासत में लिया है। एम्स, देवघर के समीप एक घर से पकड़े गये इन संदिग्धों की पहचान परमजीत सिंह उर्फ बिट्टू, बलदेव कुमार उर्फ चिंटू, प्रशांत कुमार उर्फ काजू, अजीत कुमार, राजीव कुमार उर्फ कारू और पंकू कुमार के रूप में हुई है। ये सभी बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले हैं।